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4000 पे पहुंचते हैं। >> तो 4000 में जो 3 साल का गैप होगा ना उसमें कंपनीज़ वैसे ही हर साल जो अपना प्रॉफिट बढ़ाती है ना 18 19% उसके हिसाब से 60% तो वैसे ही बढ़ जाएगा। जैसे एक साल पहले जब डीरेगुलेशन हुई थी मेडिसिन की थोड़ी सी सबने प्राइसेस बढ़ाई थी। अ फिर अब
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जाके वो टाइम आ गया कि अब सबको प्रेशर फील हो रहा है। मिठाई की तरह पैनेडोल खाते हैं। इस मुल्क में पैनाडल की सेल तो नहीं कम हो सकती। 6 बिलियन तो पाकिस्तान में कंज्यूम हो जाती है। >> 6 बिलियन पैनडोल पाकिस्तान में हर साल कंज्यूम होती है। >> ऑलमोस्ट 25 टू 30 टैबलेट्स पर पर्सन पर
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ईयर। जिस दिन आप सोचने लग गए ना कि मेरे इन्फ्लुएंस की वजह से जो है चीजें ऊपर नीचे होंगी। वो आपका एंड है। आपकी जो नॉलेज या एनालिसिस है ना दैट शुड बी स्ट्रांग। >> 40 अरब >> अब हो गया 40 अरब। >> रोज 40 अरब ट्रेड हो।
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>> बड़ी-बड़ी कंपनीज़ में था ना। जैसे ये ओजीडीसी पीपीएल है इनमें तो बहुत ज्यादा ट्रेडिंग होती है। पूरी दुनिया में जो एक बाइक बनती है ना सबसे सस्ती पाकिस्तान में बनती है। तो जैसे गाड़ियों में अगर हुआ है के चाइनीस सस्ता प्रोडक्ट ले आए और सारी उसकी क्वालिटी वगैरह ठीक थी तो चेंज भी हो
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सकता है ये। वैसे तो अभी तो मतलब जितनी भी पाकिस्तान में बाइक्स बिकती हैं उसमें से आई थिंक 60% Honda की होती हैं। [संगीत]
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अस्सलाम वालेकुम चाहा तो हम ये रहे हैं कि कोई लंबा चौड़ा तारुफ किया जाए आज लेकिन किसी तारुफ के मोहताज नहीं हमारी पॉडकास्ट वाले ऑडियंस तो इनको जानते ही है बट अभी पूरा इंटरनेट जानता है स्टॉक मार्केट स्टॉक गुरु विज़ गुरु जो भी आप सर्च करेंगे
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आपको हर पडकास्ट पे एक ही शख्स मिलेगा और क्योंकि मैंने भी खुद अब स्टॉक मार्केट में पैसे डालने शुरू कर दिए हैं तो मैंने बोला इनको वापस बुलाया जाए। अब्दुल रहमान नजम सीईओ ऑफ़ एआरएन फाइनशियल्स हमारे साथ फिर आ चुके हैं। कैसे हैं सर आप? >> बिल्कुल ठीक। आप कैसे हैं?
>> सर आपने तो बड़े लोगों के बड़े फायदे करवा
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दिए। आप सिंस लास्ट टाइम आप आए थे। स्टॉक मार्केट वाज़ एट 120 एंड नाउ इट्स व्हाट जंग के बाद >> 150 आ गई है। 155000 >> 150 ये रेकॉर्ड है। दिस इज द मोस्ट इट हैज़ एवर बीन >> बिल्कुल क्योंकि हम लोग ऑल टाइम हाई पे चल रहे हैं ना सो अगर डॉलर टर्म्स में देखें
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तो अभी भी हाई नहीं है और अंडरवैल्यूएशन भी आप नहीं कहेंगे कि बहुत ज्यादा कोई बढ़ गई है। बट पॉइंट्स पॉइंट ऑफ व्यू से जिस तरह से इंडेक्स चल रहा होता है तो वो ऑल टाइम हाई है। >> मैं एक दोस्त से मिला था अभी संडे को। मैंने उसको बोला स्टॉक मार्केट में करो। उसने बोला निकल गया टाइम। अब तो बहुत ऊपर चली गई है। तो इस राय के बारे में आपका
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क्या इज दैट फेयर असेसमेंट? >> नहीं नहीं बिल्कुल भी नहीं। बिस्मिल्लाह रहमान रहीम। देखिए पिछली बार भी हमने जैसे डिस्कस किया था ना दो-तीन तरीके होते हैं पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट को देखने के। एक तो बूमb साइकिल हमने बड़ा डिस्कस किया था कि पाकिस्तान में इकॉनमी के साथ-साथ स्टॉक्स कभी-कभी बहुत सस्ते हो जाते हैं।
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कभी थोड़े महंगे हो जाते हैं। तो बूमb साइकिल पॉइंट ऑफ व्यू से भी अगर आप देखें ना तो सारे इंडिकेटर्स सही डायरेक्शन में जा रहे हैं। >> और फिर आपने देखना होता है कि एक कंपनी अगर लेट्स से ₹100 कमा रही है तो वो कहीं 2000 की तो नहीं हो गई। बहुत महंगी तो नहीं हो गई कि अपनी वैल्यू से ऊपर ही चली गई है। तो उस पॉइंट ऑफ व्यू से भी
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पाकिस्तान जो है अभी बड़ा सही जा रहा है। 8 टू 9 पीई रेशियो की रेंज में चल रहा है। और यही हिस्टोरिकल एवरेज है। सो बिल्कुल लोग जब उनको आईडिया नहीं होता ना इन चीजों का के एक कंपनी की असल वैल्यू क्या है? वो लेट से ₹100 पे खरीदते हैं वो जैसे ही 12025 पे जाते हैं ना और हल्काफुल्का थोड़ा सा वबली हुआ तो कहते हैं अब ये इसको
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बेच देते हैं। प्रॉफिट में निकल जाते हैं। लेकिन जितने भी इंडिकेटर्स हैं फ्लड्स वगैरह के इंपैक्ट भी आ रहे हैं मार्केट पे। लेकिन फिर भी जितने भी इंडिकेटर्स हैं वो सब पॉजिटिव पॉइंट कर रहे हैं। आगे हम और भी डिटेल में डिस्कस करेंगे। सो गुड टाइम टू स्टार्ट। वैसे तो इतने अच्छे रिटर्न्स हैं लॉन्ग टर्म में कि आप जिस
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टाइम भी स्टार्ट करते तो आपका फायदा ही होता लेकिन ओवरऑल बूमb साइकिल पॉइंट ऑफ व्यू से भी अच्छा टाइम है। >> अच्छा खासा मैं कम्युनिस्ट आदमी था। आपने कहा मुझे कैपिटलिज्म में फंसवा दिया है। वारेन बुफे को भी मैं सुन रहा था। थैंक्स टू यू। सो आपको भी अब लोग पाकिस्तानी वारेन बफे बोलना शुरू हो गए। वो भी किसी
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स्टॉक की यही मिसाल दे रहे थे कि कोई स्टॉक है जिसके फंडामेंटल स्ट्रांग लेकिन वो तीन दफा क्रैश किया हम >> बट ही सेड मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा। मार्केट को टेंशन हुई। आई डोंट नो इफ यू नो व्हाट ही वास टॉकिंग अबाउट। सो अगर कल को नीचे भी आता है टेंशन नहीं लेनी लोगों को।
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>> नहीं देखिए इसमें ना बन बफे का एक्सैक्ट स्टॉक कौन सा था मुझे मुझे नहीं पता। बट जो इन्होंने अच्छे स्टॉक्स रखे हैं। >> कोका कोला है उसमें से या इंश्योरेंस की एक दो कंपनीज़ हैं। तो ऑब्वियसली वो 202 साल के लिए आप होल्ड करेंगे वो कभी नीचे आएंगे कभी ऊपर जाएंगे। लेकिन एक जो चीज उन्होंने सबको समझा दी ना
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और मैं भी वही कोशिश करता हूं सबको समझाने की। बिजनेस अगर प्रॉफिट बढ़ा रहा है ना अपना उसकी ग्रोथ हो रही है। उसके प्रॉफिट बढ़ रहे हैं तो उसका शेयर ऊपर जाएगा ही जाएगा लॉन्ग टर्म में। क्योंकि एंड में लोग यही देखते हैं कि इस बिनेस ने मुझे कितना देना है और उसके हिसाब से इसकी क्या वैल्यू है। >> सो ये चीज आप पूरी स्टॉक मार्केट पे भी
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अप्लाई कर सकते हैं। इंडिविजुअल कंपनी पे भी अप्लाई कर सकते हैं। अब यह जो 1999 से 150 एक्स हुआ है। 1000 का इंडेक्स होता था। 155,000 पे आज पहुंचा हुआ है। यह ऐसे नहीं है कि कोई कह रहा है कि नहीं इकॉनमी का आउटलुक बेहतर हो रही है तो मैं इसको बढ़ा देता हूं। इस पूरे टाइम में एवरेज
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बिज़नेस के प्रॉफिट भी 100 गुना हो गए हैं। इसी वजह से जो है वो उस वैल्यू पे पहुंचा है। तो बिज़नेसेस में वेल्थ क्रिएशन होती है। वो स्टॉक मार्केट के इंडेक्स में और कंपनीज़ की वैल्यू में रिफ्लेक्ट होती है। सिंपल एज दैट। हम लोग सारी चीजें जो आम इस्तेमाल करते हैं वो जो है वही कंपनी स्टॉक मार्केट पे होती हैं।
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>> ऑयल रिलेटेड हम ऑयल बाय करते हैं पेट्रोल पंप पे वो भी होता है। बैंक्स सारे होते हैं। जो खाने पीने की चीजें होती हैं वो भी होती हैं कुछ-कुछ। तो वो जैसे-जैसे वो कंपनी बढ़ती है उसका स्टॉक भी बढ़ता रहता है। तो इसमें वही आप अगर वारेन बफे के प्रिंसिपल्स का अक्सर जिक्र करते हैं तो अगर तो ऑल टाइम हाई है तो ये रिस्की नहीं
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है कि यार अगर अभी ऑल टाइम हाई है तो जो बुल रन में फंस जाते हैं वो इसी चीज में तो फंस जाते हैं कि अभी ऊपर ऊपर ही जाएगा >> बट ऑल टाइम हाई के बाद फिर चीजें नीचे ही आती हैं। चलिए मैं आपको ऐसे एक्सप्लेन करता हूं। अगले तीन चार साल का फ्रेमवर्क बताता हूं कि कैसे सोचना है।
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>> क्योंकि आज हम 150 पे हैं। >> सही है? अब हमने बूमb साइकिल फ्रेमवर्क पिछला भी समझा था। चार चीजें इंपॉर्टेंट मोस्टेंट। सबसे पहला इंटरेस्ट रेट फिर गवर्नमेंट की स्पेंडिंग ज्यादा स्पेंड तो नहीं कर रहे। फिसिकल डेफिसिट तो नहीं रन कर रहे। फिर पॉलिटिक्स थी और उसके साथ था
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करंट अकाउंट डेफिसिट। >> सही है? अब इन चारों को अगर देखें अब इसमें थोड़ा सा फ्लड का भी इंपैक्ट आया। आजकल काफी लोग इसका भी सोच रहे हैं कि इससे मार्केट पे क्या इंपैक्ट होगा?
तो वैसे तो सुरते हाल ऐसी है कि सबसे पहले तो सबको दुआ करनी चाहिए कि जिन लोगों की डिस्प्लेसमेंट हुई है जिनका नुकसान हुआ है
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वो जो है अच्छे तरीके से रिकवर कर जाए क्रॉप्स का नुकसान भी हुआ है और पहले तो फ्लड आता था 10 साल बाद >> अभी तीन साल पहले ही फ्लड आया था तो उस उन एरियाज में जिसमें दोनों दफा आ गया वो तो अभी बड़ी मुश्किल से जिधर जो उनका नुकसान हुआ था वो पूरा हुआ होगा एक और फ्लड आ गया >> तो इसको लेकिन अगर थोड़ा इन्वेस्टिंग
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पॉइंट ऑफ व्यू से देखें तो इंटरेस्ट रेट का फैक्ट भी कोई खास नहीं बनेगा क्योंकि क्योंकि हमारी इनफ्लेशन ऑलरेडी जो है ना काफी कम है। तो इंटरेस्ट रेट ने भी नहीं बढ़ना। आज भी मॉनिटरी पॉलिसी का डिसीजन वही था कि आपने उसको 11% पे ही रखना है। >> आपका करंट अकाउंट डेफिसिट पे थोड़ा सा इंपैक्ट आ सकता है। क्योंकि जो सारे लॉसेस
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हो जाते हैं ना वो आपको फिर बायर से मंगाने होते हैं। लेकिन साथ-साथ ऑयल प्राइसेस भी नीचे आ रही हैं। तो उस वजह से ओवरऑल जो है आपका जो डॉलर की शॉर्टेज क्रिएट होती है वो भी नहीं हो रही। तो इस पूरे क्रक्स का जो है ना अगले तीन-चार साल जो भी इन्वेस्टिंग कर रहा है। जब तक ये बुल मार्केट के चार इंडिकेटर आपके फेवर
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में है ना >> हम 4 लाख इंडेक्स से पहले तो आप सोच भी नहीं सकते कि ये ओवरवैल्यूड हो गया है और वो इस तरीके से कि आज अगर हम लेट्स से 150 पे हैं >> और हम अस्यूम करते हैं कि हम तीन चार साल में एक साल में तो नहीं पहुंचते ना तीन चार साल में लेट्स से हम वन 40000 पे
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पहुंचते हैं >> तो 40000 में जो 3 साल का गैप होगा ना उसमें कंपनीज़ वैसे ही हर साल जो अपना प्रॉफिट बढ़ाती है ना 18 19% उसके हिसाब से 60% तो वैसे ही बढ़ जाएगा >> और आज हम 89 पीई रेशियो पे हैं तो दोनों के कॉम्बिनेशन के बिनेस के प्रॉफिट बढ़ गए
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और P 89 से 12 पे गया अगर जो कि पहले भी जाता है तो वह आपको 4 लाख के इंडेक्स पे ले जाएगा। >> तो 4 लाख के इंडेक्स से पहले तो आप कह ही नहीं सकते कि मार्केट इज़ ओवरवैल्यूड अनलेस जो वो चार इंपॉर्टेंट चीजें हैं ना वो नेगेटिव डायरेक्शन में चले जाएं। सही है? अब होता क्या है?
अब आप 2023 जून से उठा
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के देख लें। जब से यह जो है रिकवरी स्टार्ट हुई है 50% की तकरीबन रैली आती है। फिर कोई भी अनसर्टेनिटी चल रही होती है। ग्लोबल भी हो सकती है, लोकल भी हो सकती है। तो 10% की करेक्शन आ जाती है। तो हमने शुरू में स्टार्ट किया था जब 80,000 के करीब गए तो सुप्रीम कोर्ट से रिलेटेड
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अनसर्टेनिटी आ गई। उससे पहले जब हम 60 पे पहुंचे थे तो इलेक्शंस की अनसर्टेनिटी आ गई थी। तो वो थोड़ी सी करेक्शन आती है। फिर एक नई रैली बन जाती है। इसी तरीके से जब हम 80,000 से 120,000 गए तो फिर वॉर की अनसर्टेनिटी आ गई। तो कोई ना कोई ऐसी वजह बन जाती है जिसकी वजह से हल्कीफुल्की
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करेक्शन आ जाती है। फिर नए इन्वेस्टर्स आ जाते हैं जो सोच रहे होते हैं अब बहुत ऊपर चली गई है। मैं निकल जाता हूं प्रॉफिट लेके। नए लोग आ जाते हैं जो कि स्टिल देख रहे होते हैं कि अभी भी अंडरवैल्यूड है। तो इस बार भी अगर हम गौर से देखें तो तकरीबन 40% जो है रैली बन गई है। अब इसको ना टाइम इसलिए नहीं करना चाहिए कि आप कह
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रहे हैं 40 पे मैं बेच देता हूं। थोड़ी सी ऊंचाई की मैं खरीद लूंगा। लेकिन लेट्स से आज कोई लेट से सेल करता है और यह 10% और बढ़ जाता है और फिर जो 10% की छोटी सी करेक्शन आनी है तो फिर एंड में तो आपने उधर ही बाय किया ना जिधर आज तो आपने करेक्शन टाइम करके भी इतना तो आपको फायदा नहीं होता हम लोग इसमें ऐसे करते हैं कि
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जब थोड़ा सा ऐसे लग रहा हो ना कि रैली बन गई है अब शायद साइडवेज हो जाए तो फिर कंपनी स्पेसिफिक डिसीजन लें आप क्योंकि जरूरी नहीं होता अगर इंडेक्स साइड पे जा रहा है इतना नहीं बढ़ रहा एकद महीने में भी तो कंपनी नहीं बढ़ेगी जिस कंपनी में अच्छी डेवलपमेंट हो रही होती है वो फिर भी बढ़ती है तो अगर आपको कोई ऐसी कंपनी मिल
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जाए जो 75% 80% आपको लग रहा है कि एक साल में प्रॉफिट दे सकती है तो आपने उसको लॉक करना है। फिर आपने यह नहीं देखना इंडेक्स क्या है साइडवेज तो यह सब क्या तो हमें अगर कोई कंपनी मिले जिसमें नहीं इतना प्रॉफिट नजर आ रहा होता 20 30% का एक साल में नजर आ रहा है फिर आप वेट कर लें शायद
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थोड़ी बेहतर प्राइस आपको मिल जाए लेकिन अगर अपसाइड अच्छी मिल रही हो किसी कंपनी में फिर उसको पूरा लॉक करना होता है तो अगले तीन चार साल के लिए कोई भी मैट्रिक आप उठा के देख लें जब तक ये चार चीजें अगर इंटैक्ट रहेंगी ना तो 4 लाख के इंडेक्स तक तो कोई ओवरवैल्यूएशन बनती ही नहीं है और
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ये 10x बनता है ना जो 40 से हमने स्टार्ट किया था पाकिस्तान में 10x एक्स पहले भी हो चुका है। सात सात साल के पीरियड में दो दफा वो भी यानी कि पिछले 25 इयर्स में एक दफा 1999 से 2006 तक 10x हुआ था और फिर अगेन 2009 से लेके 2016-17 तक तो मतलब ऐसा
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नहीं है कि कोई ऐसी चीज है जो पहले कभी नहीं हुई। पाकिस्तान में यह हमेशा होता है। हम इतनी कम वैल्यू्यूएशन पे चले जाते हैं और फिर जब उसमें रिकवरी होती है और साथ-साथ उस टाइम में 5 6 साल में बिज़नेस भी अपना प्रॉफ़िट दो-तीन गुना कर लेते हैं। वो उसका जो कॉम्बिनेशन होता है ना वो आपको बड़ी आसानी से 10 एक्स पे लेके जाता है। >> सो फ्लड्स फ्लड्स का इंपैक्ट जो है वो
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थोड़ा सा मॉनिटर करना चाहिए। हम >> जो चार इंडिकेटर है ना उसमें करंट अकाउंट डेफिसिट पे अगर तबाही थोड़ी ज्यादा हुई ना उस पे थोड़ा सा इंपैक्ट हो सकता है। अब ऑब्वियसली लोग अभी कंप्लीट भी नहीं हुआ फ्लड तो आप एग्जैक्ट नहीं बता सकते कितनी डैमेजेस हैं। लेकिन इससे अगर क्रॉप्स और
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दूसरी चीजों के डैमेज अगर लेट्स से 5 6 बिलियन डॉलर के हो जाते हैं जो वीट में डिस्ट्रक्शन होती है जो कॉटन में होती है और आपको उसी साल वो मंगानी भी है सारी चीजें जो है पूरी करने के लिए तो उससे थोड़ा सा हो सकता है प्रेशर। लेकिन अगेन ऑयल मेजर कंपोनेंट होता है इंपोर्ट्स का।
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जब तक उसकी प्राइस जरा कम रहती है तो यह मैनेज कर लेते हैं। >> तो आप कह रहे हैं अगर हम वीट इंपोर्ट कर रहे हैं तो फर्टिलाइजर का भी प्राइस नीचे जाएगी। जब क्रॉप्स ही नहीं होंगे तो फर्टिलाइजर कौन खरीदेगा? >> हां ये है अब >> देख रहे हैं मैं कितना कोल्ड ब्लडेड कोल्ड ब्लडेड इन्वेस्टर बन गया हूं। अब मैं
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>> सारा सोशलिज्म कम्युनिज्म खत्म हो चुका है। मेरा >> लगता है किसी फर्टिलाइजर कंपनी में आपने कर लिया इन्वेस्ट। >> नहीं नहीं मैं आपको ये जो कैपिटलिज्म मेरे अंदर जाग गया है ना। मैं आपको एक और कॉल दूं। अभी जब आप बोल रहे हैं, मैं सोच ही रहा था इस बारे में कि अभी जो फ्लड की डिस्ट्रक्शन हुई है,
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>> तो इन लोगों को रिकंस्ट्रक्ट करना पड़ेगा। रिकंस्ट्रक्ट करने के लिए क्या चाहिए होता है? आप मुझसे पहले पहुंच गए हैं। >> सीमेंट बिल्कुल और पंजाब में ज्यादा है। तो पंजाब की जो सारी सीमेंट की कंपनियां हैं उनका स्टॉक बढ़ने वाला है। >> हां ये अच्छा थीसिस है। अगर फ्लड को ऐसे
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सेक्टर वाइज देखें ना तो फर्टिलाइजर सेक्टर में भी थोड़ा सा इंपैक्ट आता है। दो-ती महीने दो एकद महीने तक ना थोड़ी सेल कम हो जाती है लेकिन रिकवर हो जाती है। आप 2022 का सबके पास प्रेसिडेंट है। प्रेसिडेंट है और ना पाकिस्तान में जितना फर्टिलाइजर बनता है ना वो सारा इस्तेमाल
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हो ही जाता है ऑलरेडी। तो हो सकता है थोड़े महीने मुश्किल होते हैं लेकिन अल्टीमेटली क्योंकि यहां पे जो यूरिया है वह है भी बाहर से सस्ता तो इनको प्राइस भी नहीं गिराने का कोई एस सच प्रेशर होता है। वो कहते हैं बाहर से आप मंगवाएंगे उससे 50 गुना महंगा है और 50% महंगा है तो इससे बेहतर है आप हमारा ही खरीद लें। तो ये
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वाली कंपनीज़ भी रिकवर कर जाती हैं। सीमेंट कंपनीज़ में होता है एक कि रिकंस्ट्रक्शन होगी तो फायदा होगा। पिछ 22 में नहीं हुआ था। 22 में ऐसा क्यों नहीं हुआ था? क्योंकि ओवरऑल भी तो आपने देखना होता है ना। जब ओवरऑल आपके इंटरेस्ट रेट ऊपर जा रहे हैं और डीवैल्यूएशन हो रही है तो फिर वह वाला फैक्टर जो है वह इन प्ले नहीं
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आया। >> तो इस दफा जो है वह पॉजिटिव है। ऑलरेडी आपकी बड़ी कम हुई हुई है सेल। आहिस्ता-आहिस्ता इंटरेस्ट रेट कम हो गए हैं। अब लोग आहिस्ता-आहिस्ता घर बनाने शुरू करेंगे। नए प्रोजेक्ट भी शुरू होंगे और साथ फिर फ्लड की भी थोड़ी सी रिकंस्ट्रक्शन आ जाएगी। तो हां ये अच्छी लग रही है पंजाब की सीमेंट कंपनीज़।
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>> हां कह रहे हैं मेपल। अब तक आप मेपल आप बड़े स्ट्रांग प्रोपोनेंट रहे हो मेपल। मेपल गुड बाय। हमने पिछली बार भी जब इसको डिस्कस किया था ना यह थोड़ा उससे भी हमने एक और बात भी पिछली बार की थी कि जिस चीज से इन्वेस्टिंग में हैप्पीनेस मिलती है ना
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वो ये होती है कि आप कोई ऐसी चीज जिसको बाकी लोग नहीं पिक कर रहे या अनपॉपुलर ओपिनियन है और वो फिर एंड में जो है अच्छा रिटर्न लेकर आए बाकी लोग भी कहे हां आप ठीक कह रहे थे वो तो वो एक जर्नी थी मेर लीफ की उस टाइम पे भी पहले असल में ना
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इन पे जब एक साल पहले लगी ना रॉयल्टी तो ये थोड़ा स्टॉक अंडरवैल्यूड हो गया था >> कि इस पे रॉयल्टी लग गई बाकियों पे नहीं लगी तो इसके प्रॉफिट कम हो जाएंगे। लेकिन वो सारी चीजें करने के बाद भी इसकी इतनी ज्यादा अंडरवैल्यूएशन थी आज से तकरीबन साल के शुरू में 2025 के शुरू में
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>> कि डिस्पाइट ऑल द फैक्टर्स इस इसका स्टॉक जो है ना ऑलमोस्ट अपनी वैल्यू से भी 1/3 पे चल रहा था। तो इस तरह की जब आप कोई कंपनी ढूंढ लेते हैं ना फिर जो अंडरवैल्यूएशन होती है ना वही सबसे बड़ा ट्रिगर होता है। अब इस टाइम में ना सीमेंट की डिमांड बढ़ी कुछ भी नहीं हुआ लेकिन फिर
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भी वो क्योंकि अंडरवैल्यूड था वो बढ़ता गया बढ़ता गया और आप 2025 के सारे सीमेंट्स के स्टॉक्स भी उठा के देखेंगे ना इसने सबसे ज्यादा जो है ना प्रॉफिट दिया है क्योंकि ये अंडरवैल्यूड सबसे ज्यादा था। हालांकि बाकी कंपनीज़ ने स्प्लिट्स अनाउंस कर दिए। स्प्लिट से जरा थोड़ा ना
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इन्वेस्टर सेंटीमेंट अच्छा हो जाता है। जरा रैली बन जाती है। लेकिन उस सबके बावजूद भी इसने सबसे ज्यादा जो है प्रॉफिट दिया। इसी तरह की एक और एग्जांपल थी पिछले ऐसे तीन-चार महीने की। अगेन ये थोड़ा सा और उसका था के अनपॉपुलर ओपिनियन था बट अच्छे
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रिजल्ट्स आए इसके। एक कंपनी थी गनी केमिकल्स। >> तो उसको भी हमने आइडेंटिफाई किया साल के शुरू में। अब उनका थोड़ा सा रिकॉर्ड भी इतना अच्छा नहीं था। पहले उन्होंने ऐसे राइट्स इशू करके जो पूरी बेयर मार्केट थी ना उसमें काफी ज्यादा उनका शेयर नीचे आया। तो जब हमने सबको सजेस्ट भी किया तो अगेन
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बैकलश आता है। आप तो यही सोचते हो कि पहले मैंने इसमें इन्वेस्ट किया था। मेरा अच्छा एक्सपीरियंस नहीं था। तो अब मैं क्यों करूं इसके जो है स्पोंसर्स ठीक नहीं है। इस तरह की बातें लेकिन सारा लोगों को एक्सप्लेन किया। क्यों? मैं इसमें बड़ा बिलीफ मेरा और स्ट्रांग हुआ है पिछले एक साल में कि सिर्फ आपने एक कंपनी फाइंड नहीं करनी होती। अगले बंदे के जितने भी
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माइंड में क्वेश्चंस आ रहे हैं ना उसको कम्युनिकेट करके उससे सेटिस्फाई भी करना है ताकि सिर्फ बनाना नहीं है। एक्चुअल में उसको कन्विंस करना है कि आप वो फिर एक्शन लें। तो उस कंपनी के भी सारा फिर एक्सप्लेन किया ये लोग ऑक्सीजन बनाते हैं। तो बिजली बहुत इस्तेमाल होती थी इसमें और बिजली के आहिस्ता-आहिस्ता रेट्स जो है
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पिछले 6 महीने में थोड़े कम हुए हैं। तो इनके भी काफी ज्यादा प्रॉफिट्स बढ़े तो वो भी जो है अब पिछले 6 सात महीने में तकरीबन डबल हुआ। तो उससे एक छोटी ऐसे सेटिस्फेक्शन सी आती है। अगेन आपने हेलन भी बोला है ना मैंने पेनडोल खानी शुरू कर दी है। मैंने खरीद भी लिया है और मैं
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पेनडोल के पत्ते भी खरीद रहा हूं। हेलon आपने अभी रिसेंटली एक उसमें बोला है ना इज दैट आई आई सेइंग दैट राइट? गुड इट्स अ गुड कंपनी। आई वुडंट से वन ऑफ़ द टॉप वंस जो कि मैं आज कहूंगा। अगेन यह हम जितनी भी कंपनीज़ और मॉडल पोर्टफोलियो की बात कर रहे
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हैं सिर्फ अपना वो एक्सपीरियंस ही शेयर कर रहे हैं। ये दोनों कंपनीज़ गानी केमिकल्स और मेल लीव जो है हमारे हैं मॉडल पोर्टफोलियो में लेकिन किसी को भी नहीं लेनी चाहिए। उसकी वजह यह होती है कि देखिए फ्यूचर में कोई डेवलपमेंट हो जाए और आप उसको नहीं समझ पाए तो एक वो जो गैप आ सकता
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है कम्युनिकेशन का उसकी वजह से नुकसान भी हो सकता है। हां आप इसको एज एन आईडिया जरूर ले सकते हैं कि हां ये जैसे बायर भी काफी ज्यादा इन्वेस्टर ऐसे करते हैं कि जो मशहूर इन्वेस्टर होते हैं ना उनकी सबकी फाइलिंग आ जाती है महीने तीन महीने बाद तो उधर से आईडिया जरूर पिक करते हैं कि इसने ये लिया हुआ है तो मुझे भी रिसर्च करनी
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चाहिए तो आप उसको एज एन आईडिया लेके हम लोग YouTube पे वीडियोस भी काफी इस पे बनी हुई है >> उसको देख के आप जरूर उसको देख सकते हैं कि मुझे भी इसमें करना चाहिए जो मेरे गोल्स हैं या जिस तरह से मैं इन्वेस्ट करता हूं उस पे उस तरीके से ये फिट बैठता है कि नहीं बट ये दो ऐसी स्टोरीज थी पिछले साल
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की जिसमें वो वाली थोड़ी सी फीलिंग आई के अगेंस्ट द क्राउड जाके एक अच्छा रिजल्ट आया और सबके लिए आया ना ये नहीं हुआ कि एंड में किसी ने कहा नहीं नहीं आपने एक्सप्लेन सही नहीं किया था तो हमने नहीं लिया था इसलिए हमारा फायदा नहीं हुआ सब ने अच्छा इन्वेस्ट किया रिजल्ट्स भी अच्छे आए >> तो हेलon का आप जैसे कह रहे थे आई थिंक
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फार्मा सेक्टर में ये बेस्ट लग रही है अभी >> बाकी जैसे एक साल पहले जब डीरेगुलेशन हुई थी मेडिसिन की थोड़ी सी सबने प्राइसेस बढ़ाई थी अ फिर अब जाके वो टाइम आ गया कि अब सबको प्रेशर फील हो रहा है सबकी सेल थोड़ी-थोड़ी कम हो रही है क्योंकि प्राइस
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थोड़ी सी ज्यादा बढ़ा दी थी लेकिन इनके अच्छे अभी भी रिजल्ट्स आ रहे हैं। इनकी pan की सेल भी अच्छी हो रही है। दूसरी जो इनकी सीएससी थी वो तो एक तरह से ब्रांड है ना अपनी कैटेगरी में उसका कोई सब्स्टट्यूट है भी नहीं। >> ये तो लेके आप भूल जाएं। पैनाडोल की सेल कब कम कम होगी पाकिस्तान में? हां हम तो
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मिठाई की तरह पैनाडोल खाते हैं। इस मुल्क में पैनाडल की सेल तो नहीं कम हो सकती। >> बिल्कुल ये तो 1% करेक्ट है। सिर्फ सिर्फ ना कभी-कभी इशू इधर आ जाता है। क्वांटिटी तो बढ़ रही है >> लेकिन गवर्नमेंट ने लेट से प्राइस कंट्रोल कर ली
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>> या जो उसको बनाने की कॉस्ट है वो ऊपर चली गई तो प्रॉफिट कम हो जाता है। क्वांटिटी तो बिल्कुल अब बल्कि ये एक्सपोर्ट भी स्टार्ट कर रहे हैं दूसरे मुल्कों में। तो क्वांटिटी ने तो ऊपर ही जाना है। नया प्लांट भी लगा रहे हैं ये लोग। पहले इनकी कैपेसिटी होती थी 6 बिलियन टेबलेट्स पर ईयर। अब नाइन पे जा रहे हैं। >> 9 बिलियन टेबलेट्स बनाते हैं ये।
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>> 6 बिलियन तो पाकिस्तान में कंज्यूम हो जाती है। >> 6 बिलियन हम टैबलेट्स खा रहे हैं। >> मतलब हर बंदा कितनी खाता है? >> 6 बिलियन सिर्फ पैनडॉल बना नहीं। 6 बिलियन पेडोल पाकिस्तान में हर साल कंज्यूम होती है। >> हम >> इंक्लूडिंग एक्स्ट्रा और सारी चीज़।
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>> ओह भाई सो फाइव एंड देन ऑलमोस्ट 25 टू 30 टेबलेट्स पर पर्सन पर ईयर हर महीने की एक। >> वाओ >> हर महीने की दो सॉरी। >> वाओ। कितनी बैंड ऑल खा रहे हैं हम लोग। तो यार। अच्छा इसमें आपकी मैंने वीडियो भी देखी
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सीमेंट के ऊपर। मैं तो आपको पता है मैं तो एक बहुत ही सीजन इन्वेस्टर हूं। शहजाद एक्सेल रड कहते हैं मुझे कोई तो मेरे जैसे नहीं नॉर्मल जो लोग हैं आपके जेनुइनली आपने जब बात की मैंने फिर आपकी मास्टर क्लास भी ली उसके बाद मैंने इन्वेस्ट करना भी शुरू किया एक ही महीने में 20% प्रॉफिट
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भी किया फिर मैं यूसुफ फारूक को भेजता रहा कि सीख सीख मुझसे उसके बाद भी पर मैं आपकी सीमेंट की वीडियो देखी यू नो व्हेन यू एंटर यू थिंक यू हैव फिगर इट आउट पर फिर मैंने देखा यार जितनी चीजें उसमें आपने बताई हुई थी ये ये मुश्किल होना
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>> तो फॉर पीपल हु आर लुकिंग टू रिसर्च अब उसमें फॉर पीपल हु हैव सीन द वीडियो आपने पहले बताया अच्छा सीमेंट मार्केट में क्या होगा फिर आपने बताया अच्छा खैबर पख्तून खान की जो है >> उधर जो है रॉ मटेरियल सस्ता मिलता है लाहौर में अलग मिलता है अच्छा जी कराची
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में अगर आप मंगवा रहे हैं तो फिर वो इज डिफरेंट बिकॉज़ आप इंपोर्ट कर सकते हैं लाहौर में फ्रीड कॉस्ट इतनी हो जाती है एंड देन आई वास लाइक अच्छा इतना तो मैं नहीं सोच सकता तो जो लोग बाहर से आ रहे यू नो समटाइ्स दे सी वन इंडिकेटर एंड दे थिंक
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ये हो जाएगा >> बट वो चार चीजें और इग्नोर कर देते हैं। तो हाउ टू थिंक अबाउट दैट? >> इसमें ना आपको एक सोच डेवलप करनी होगी के कोई भी चीज इन्वेस्टिंग की तरह इन्वेस्टिंग और जर्नलिज्म में बड़ा सिमिलरिटीज हैं। मतलब आपको फैक्ट्स गैदर करने होते हैं। तो कोई भी चीज आप सोचे ना
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तो थिंक लाइक यू आर सॉल्विंग अ पजल। हम >> आपने जो माइंड में आपके फैक्टर आया है कि लेट्स से इंटरेस्ट रेट कम हो रहे हैं, गाड़ियां ज्यादा बिकेंगी। दैट इज़ वन पार्ट ऑफ़ द पज़ल। >> उसके साथ पांच छह और इंपॉर्टेंट चीजें भी होती हैं। ये भी होता है कि डॉलर की
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प्राइस क्या है? यानी कि गाड़ी बनाने की कॉस्ट क्या है?
कंपनी किस प्राइस पे बेच रही है? पर गाड़ी प्रॉफिट कितना है?
गाड़ियां उस कंपनी की ज्यादा बिक रही है। अब जरूरी नहीं है कि इंटरेस्ट रेट नीचे हो तो सारी कंपनीज़ की गाड़ी ऊपर जाए। >> हम >> एक जो बहुत बड़ी सक्सेस स्टोरी थी पिछले दो साल की। इंटरेस्ट रेट जब हाई भी थे जब भी
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उनकी गाड़ियां जो है बिक रही थी क्योंकि एक नई ब्रांड लेकर आए थे लोगों को अच्छी लग रही थी। सो हमेशा यह सोचें कि कोई फैक्टर अगर आप सोच रहे हैं ना इसको स्टेप वाइज थिंकिंग होता है ये होगा तो फिर ये होगा तो फिर ये होगा इकोनॉमिक्स में भी पढ़ाते हैं। लेकिन उसमें साथ एक चीज होती है सिट्रस पेरवस
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>> अस्यूमिंग एवरीथिंग एल्स स्टेस कास्टेंट। >> तो वो असल में होता नहीं है। >> तो इसमें इस तरह की चीज़ जब भी आए ना तो सोचे दिस इज़ वन पार्ट ऑफ़ द पज़ल। मुझे बाकी सारे पार्ट्स भी जो है वो देखने हैं। फिर मुझे एक ओवरऑल जो है ना देख के इन्वेस्ट करना है। इसमें एक चीज जो मैं सबको
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रेकमेंड करता हूं। कोई भी कंपनी में इन्वेस्ट करने जाए ना ये तीन चार चीजें इंपॉर्टेंट होती हैं। जैसे वो सीमेंट वाली वीडियो में तीन चार चीजें थी वो जिसको समझ आ जाए वो और उसको फ्यूचर में ट्रैक भी कर सकता है। तो वो पेपर पे लिख लें कि मैंने आई हैव बोट दिस कंपनी बिकॉज़ 1 2 3 4 5 >> अब जब तक ये चीजें अगर सही हैं और अगर
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लेट्स से उसका शेयर थोड़ा सा ऊपर चला भी जाता है या थोड़ा सा नीचे चला जाता है बोथ फेस। और वह इंटैक्ट है और आपको लगता है यह अच्छी कंपनी है। यह फ्यूचर में अच्छे रिटर्न्स देगी तो फिर आपने उसको सेल नहीं करना। सेल सिर्फ तब करना है कि वो जो पांच चीज़ थी ना उसमें से कोई एक चीज़ चेंज हो गई >> और उसकी वजह से उस कंपनी की जो असल वैल्यू
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है वो थोड़ी सी चेंज हो जाती है। >> तो ये सबको करना चाहिए। >> आई गेस मिस्टेक्स विल टीच यू। बिकॉज़ फ्रॉम द आउटसाइड आई एम लाइक ये मैं शुरू में तो नहीं हो सकता। बट आप जिस तरह आप समझा रहे हैं आई एम लाइक हां एक दफा मैं कर लूं गलती हो जाए दूसरी दफा। तो आपको फिर समझ
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में आ जाता है कि व्हाट ऑल टू लुक फॉर तो शुरू-शुर में कर लें गलतियां। लेट्स से अभी बीवाई डीप ने ले लिया राइट? >> तो अगर मैं बोलूं अभी मेरा आई गेस यू आर टॉकिंग अबाउट साजगार व्हेन यू सेड के उनका स्टॉक >> अब मैं बोलूं साजगार बड़ा चला है बड़ा
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चला। हाइब्रिड चल रहा है। हपको ने ले लिया। बीवाईडी बीवाईडी भी चलेगी। मैं खरीद लूं। अब आप मुझे बताएं कि मुझे और यह मैं सिर्फ एक फैक्टर सोच रहा हूं। हम बिल्कुल जैसे हां बट स्टेप बाय स्टेप व्हाट अदर थिंग्स आई शुड बी माइंडफुल ऑफ >> बिल्कुल ये एक आ गया पजल
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>> कि भाई बीवाई डी की गाड़ी दुनिया में नंबर वन है पाकिस्तान में भी दो तीन ल्च हो गई है प्राइस भी ठीक है चला के भी देख ली बड़ी सड़कों में भी नजर भी आ रही है दूसरे लोग भी खरीद रहे हैं >> तो ये एक पजल हो गया के बीवाईडी पाकिस्तान में >> अच्छी उनका स्टार्ट हो गया और आगे और सक्सेसफुल भी हो सकती है। अब बड़ा जबरदस्त
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पोर्टफोलियो है उनका हर तरह की गाड़ी है। तो आज तीन है तो ये 10 भी हो सकती है आज से दो-ती साल बाद। >> तो आपने सोचा के एक बड़ी कंपनी जो है ना पाकिस्तान में जैसे इंडस मोटर्स है वो कोई तकरीबन 400 500 गाड़ियां बेचती है। >> आपने कहा कि कितनी बेच लेंगे ये लोग? आजकल
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इन्होंने तकरीबन 2000 ऑलरेडी बेची हैं 6 महीने में। तो आप सोचते हैं चलो 2 साल बाद और मॉडल्स भी आएंगे। मैं अस्यूम करता हूं ये 15,000 गाड़ियां एक साल में बेचेंगे। ठीक है? फिर आप उससे देखेंगे कि एक गाड़ी पे प्रॉफिट तकरीबन कितना होता है। ये अकाउंट से भी पता चल जाता है। आप देखते हैं टोटल गाड़ियां कितनी बिकी उस टाइम पे
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और प्रॉफिट कितना आया। दूसरा आप रफ रफ अस्यूम भी कर सकते हैं कि अगर चाइनीस गाड़ी यानी कि चाइनीस मैन्युफैक्चरर है ना तो प्रॉफिट तकरीबन 15% ऑफ प्राइस होगा। >> और अगर जैपनीज होगी ना तो उससे थोड़ा सा कम होगा क्योंकि इनकी जो चाइनीस किट्स है ना जिससे गाड़ियां बनती है वो सस्ती हैं। >> और ये कंपेटिटिव प्राइस देके भी ज्यादा
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प्रॉफिट बना लेते हैं। >> तो आपने देखा कि भ अगर 15,000 गाड़ियां बिकेंगी और एक गाड़ी पे लेट्स से 15 लाख प्रॉफिट होगा। तो आपने देखा कि एक साल का कितना प्रॉफिट हो जाएगा। फिर आप उस पे एक पीई रेशियो अप्लाई करेंगे। आप देखेंगे कि इसकी ये वैल्यू बन गई। हम >> अगर तो यह सिर्फ हबों का लेट्स से ओ सॉरी
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बी डी का सिर्फ शेयर होता तो आप देखते आज कितना भी बिक रहा है और जो मैं सोच रहा हूं अगर वो हो गया तो उसके हिसाब से कितना होगा और अगर इसमें बहुत ज्यादा गैप हुआ आपने बाय कर लेना है >> लेकिन हपको के केस में एक और स्टेप आ जाता है वो स्टेप है कि ये सिर्फ एक बिज़नेस है हपको का >> उसके अलावा हपको के पावर प्लांट भी हैं
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उसके उसके अलावा हपको के माइनिंग बिज़नेस भी हैं और >> सारे ही सॉलिड है ना >> तो सब सबको जो है ना आपको प्लस करना है >> नेगेटिव पार्ट इसमें ये है कि जो दूसरे बिनेसेस हैं वो इतने बड़े हैं मतलब उनकी वैल्यू तकरीबन 1 बिलियन होगी >> जो एक्सक्लूडिंग बीवाईडी बिनेसेस है ना
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>> तो अगर इसमें बीवाईडी आती है एंड दे ओन 50% >> ऑफ दैट कंपनी तो जो भी प्रॉफिट आएगा उससे उसे हाफ मिलेगा आपको >> हम >> तो अगर वो $1 बिलियन की भी कंपनी बन जाती है लेट्स से बीवाईडी >> तो इस कंपनी में तो $500 मिलियन ऐड हुए है ना >> और वो ऑलरेडी वन पे खड़ी है
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>> तो आपको इतना शायद फर्क ना पड़े >> बिकॉज़ बीवाईडी इज़ अ स्मॉल पोर्शन >> ऑफ़को बट ये है कि आपने हर चीज़ को एक वैल्यू वैल्यू पे लाना होता है। >> जो उसमें क्वालिटेटिव एस्पेक्ट्स चल रहे होते हैं ना उसको क्वांटिटेटिव एस्पेक्ट में लेकर आके फिर देखना होता है कि कितना प्रॉफिट अगर मैं आज की प्राइस पे
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इसको लॉक कर लूं तो मुझे कितना मिलेगा और फिर उसको ट्रैक भी करना होता है। अस्यूमिंग डीवाईडी का एक अलग स्टॉक होता। >> आप जो कह रहे हैं कि उनका प्रॉफिट कैलकुलेट करो। फिर देखो कि यार आज कितने का है। कर ले आप। >> व्हाट इज दिस? >> गला बैठ जाता है थोड़े टाइम। अरे ज्यादा
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कुछ आप जो चाहिए >> नहीं ग्रीन टी चाहिए कुछ आपको बताएं >> नहीं इन सब चीजों से इतना फर्क नहीं पड़ता यही चलता है >> बनवा देते हां सो अगर लेट्स से बीवाई डी का आज स्टॉक ₹100 का है >> मैं उसकी ये सारी कैलकुलेशंस करता हूं
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बोलता हूं आज प्रॉफिट ये बना रहा है x ये 2 साल बाद जो है ना 4x बना रहा होगा >> तो इज इट वन टू वन के शेयर प्राइस भी फिर 4x ही जाएगी अगर वो आज अपनी प्राइस के हिसाब से ठीक है ना तो फिर 4x जाएगी क्योंकि लोग भी तो यह अब सारी बातें आपको
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पता है बाकी लोगों को भी पता होगी उनको भी पता होगा कि 2 साल बाद प्रॉफिट बढ़ेंगे तो कभी-कभी वो इनबिल्ट भी हो जाता है प्राइस में यानी कि अगर उसका शेयर आज 100 का है ना हम अस्यूम करते हैं कि ये कंपनी >> ओवरवैलुएबल >> 10 10 पीई रेशियो पे चलती है लेट्स से कि अगर वो ₹10 कमाएगी ना एक साल में तो उसका शेयर होगा ₹100 का
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>> ठीक है तो अगर आज वो 100 का है >> हम >> और वो 10 ही कमा रही है >> तो फिर ये होगा 4x लेकिन अगर लेट्स से आज वो पांच कमा रही है >> और ऑल ऑलरेडी लोग उसको 100 पे ले गए हैं। इसका मतलब है लोगों ने जो फ्यूचर इनक्रीज इन प्रॉफिट है ना उसको इनकर्पोरेट किया हुआ है। >> तो फिर मोस्ट प्रोबब्ली अगर आपके जो
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प्रॉफिट है वो तो 5 से 20 हो जाएंगे लेकिन जो शेयर है वो 100 से 200 ही होगा क्योंकि वो न्यू प्रॉफिट के हिसाब से 10 पीई रेशियो होगा। >> उस टाइम भी तो लोग फैक्टरिंग करेंगे ना। >> हां अगर और मजीद ग्रोथ हो रही होगी तो फिर और भी हो सकता है। >> ये कैसे मुझे पता चलेगा कैलकुलेट मैं कैसे करूंगा कि अभी ओवरवैल्यू हुआ है या
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अंडरवैल्यू हुआ है पी रेशियो से। हां पीई रेशियो एक रीज़नेबल तरीका होता है। स्पेशली अगर कोई ऐसी कंपनी के अंदर मसला ना हो जिसकी वजह से प्रॉफिट ठीक नहीं नजर आ रहा हो। हम >> अब ये थोड़ी अकाउंटिंग टर्म्स हो जाती है। अकाउंटिंग इज द लैंग्वेज ऑफ़ बिज़नेस। ठीक है? बिज़नेस में जो भी हो रहा होगा ना वो अकाउंट्स में कहीं ना कहीं आपको मिलेगा।
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>> हमें फायदा है इस पॉडकास्ट का कि आप एक एक्सपर्ट है और मैं बिल्कुल ही जाहिल हूं। तो आई एम असुमिंग >> हमें वन मंथ में 20% भी कम है। >> वो तो मैं लोगों को हंबल हो रहा हूं ना सीक्रेटली तो मैं बहुत ही बड़ा इन्वेस्टर हूं। तो आई एम लाइक बट जनरली मुझे स्टॉक वॉक फाइनेंस नहीं समझ में आता। तो आई एम
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अस्यूमिंग कि अगर जो बातें आप कर रहे हैं मुझे समझ में आ गई तो लोगों को भी समझ में आ जाएंगी। तो आप खुलकर टेक्निकल बातें करें। >> जब मुझे नहीं समझ में आएगी मैं पूछ लूंगा। >> सो अगेन कंपनी की जो ग्रोथ हो रही होगी ना प्रॉफिट की >> अगर तो उसके हिसाब से ऑलरेडी प्राइस नहीं बढ़ी हुई
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>> तो फिर बिल्कुल फायदा होगा। >> तो एंड में हर जो भी फ्यूचर का प्रॉफिट हो ना उसको दिखा करें कि उसके हिसाब से शेयर कितने का होगा। यह मत देखें कि प्रॉफिट डबल हो रहा है तो शेयर भी डबल होगा। जरूरी नहीं होता। अगर तो आज ऑलरेडी प्राइस डबल हुई है तो फिर वो शेयर नहीं बढ़ेगा। >> सो इस चीज को देखना होता है। अगेन वही पजल
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वाली चीजें आपने जो चार पांच इंपॉर्टेंट चीजें होती है ना जिसके अंदर फ्यूचर ग्रोथ फ्यूचर प्रॉफिट अब बहुत जरूरी नहीं होता कि ग्रोथ से ही प्रॉफिट आएगा। कभी-कभी उसको कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन कम हो जाती है। >> अब ये हेलऑन के केस में यही हुआ था। 22 23 में अब ऑयल थोड़ा सा महंगा था और इनके जो
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सारे रॉ मटेरियल्स होते हैं ना मेडिसिनस के ज्यादातर ऑइल लिंक्ड होते हैं। तो रॉ मटेरियल भी महंगा था। उधर से गवर्नमेंट ने प्राइस को जो है नीचे किया हुआ था >> हम >> और साथ-साथ डॉलर भी ऊपर जाते जा रहा था। तो बीच में तो बल्कि इन्होंने प्रोडक्शन बंद कर दी थी। कह रहे थे अब तो हम बनाते
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हैं तो हमें नुकसान होता है। सो कॉस्ट भी नीचे आ गई। उनकी भी प्राइस भी थोड़ी सी बढ़ गई और साथ-साथ जो है डॉलर भी थोड़ा सा नीचे आ गया। तो तीनों फैक्टर्स ने मिला के उसके हालांकि पहले भी मेरे ख्याल से 6 बिलियन ही खाते थे साल की। अब तब भी छह खाते हैं लेकिन प्रॉफिट बहुत ज्यादा बढ़ गया। स्टॉक्स में ये मसला है कि मैं थोड़ा
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मेरा ना ईमान स्प्लिट हो जाता है। वेयर आई एम लाइक यार आई डोंट वांट माय कंट्री टू ईट >> 6 बिलियन पैनाडोल। पर अगर ये सिक्स से 10 कर लेंगे तो मेरा एलियन का तो बढ़ जाएगा बहुत ज्यादा। >> बट यार खुदा का खौफ करो यार। क्यों 6
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बिलियन पैनाडल खा रहे हो? प्लीज अभी जो टारगेटेड यूज़ भी होता है ना वो भी पाकिस्तान में गलत होता है ना। >> अब जैसे बायर बड़ी स्पेशल किस्म की भी है जैसे माइग्रेन >> वाली पैट ऑइल तो इधर वो उसकी जगह शायद तीन खाते होंगे >> क्योंकि वो उसको हिट नहीं करता तो अब ये
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लेकर आ रहे हैं स्पेशल जो होते हैं केसेस के लिए नाइट एक लेकर आ रहे हैं इस तरह की >> तो उससे फिर थोड़ी सी कंसमशन आई थिंक कम हो जाएगी। जनरली जो भी आप दवाई खाते हैं उसका कोई ना कोई तो साइड इफ़ेक्ट होता ही है। तो अगर जाहिर बात है आप कह रहे हैं महीने की दो महीने की दुआएं व्हिच
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>> बच्चों को इंक्लूड करके >> व्हिच मींस कि अ लॉट ऑफ़ पीपल प्रोब्ली डोंट हैव इट जो हमारे गरीब लोग हैं वो तो शायद नहीं इतनी बैंड ऑल खा रहे होंगे >> तो मिडिल क्लास में जो जो लोग खा रहे हैं वो फिर बहुत खा रहे हैं। तो गॉड नो अच्छा सर इससे पहले कि अली आफताब सैयद हमें गालियां देना शुरू हो जाए। लास्ट टाइम
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बड़े लोगों ने शिकायत की कि मेरे घटिया जोक्स जो है ना वो बीच में आ जाते हैं। आपका मॉडल पोर्टफोलियो पूरा नहीं होता। आज मैंने जोक्स रोक लिए। आपने भी जब कहा कि चाइनीस कंपनी होती है। जैपनीज कंपनीज़ होती हैं। दिल तो चाह रहा था मैं बोलूं जैपनीज़ कंपनी थोड़ी ब्लर होती है। लेकिन फिर
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मैंने रोक लिया अपने आपको। आप मॉडल पोर्टफोलियो बताएं। अगेन नो फाइनेंसियल एडवाइस। मैं बिल्कुल नहीं डिस्टर्ब करूंगा। मुझे प्लीज मॉडल अली आफताब ये आपके लिए >> क्या है करली अभी क्या है सितेंंबर 2020 15 सितंबर 2025 क्या है मॉडल पोर्टफोलियो
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>> ऑलरेडी जो जैसे हमने पहले डिस्क्लेमर के साथ बताया तो जो दो अच्छी कंपनीज़ थी दोनों मेली फॉर गनी केमिकल्स ये अभी भी जो है दोनों डिस्पाइट काफी ज्यादा प्रॉफिट अभी भी हमने इसके सारे शेयर्स जो है ना होल्ड किए हुए हैं स्टिल थिंक इसमें अच्छा पोटेंशियल है दोनों में इसके अलावा फिर जो
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कंपनीज़ हैं उसमें एक थैलीन भी है >> और अच्छा इन सारी कंपनीज़ पे हमने डिटेल वीडियोस भी बनाई हुई हैं। गनी केमिकल्स पे नहीं बनाई हुई बट जो भी जैसे मिज़ान बैंक हो गई मॉडल पोर्टफोलियो में या कोई और बैंक हो गया तो >> थंबनेल बड़े अच्छे हो गए हैं वैसे आपके मैं
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देख रहा हूं आपने फुल फोकस किया है वो नंबर वन बैंक >> तो ये है कंपनीज़ एक और है अगेन मैं वो उस उसी वाली कंपनीज़ पे ज्यादा फोकस कर रहा हूं जिसमें आप थोड़ा सा वो होते हो ना के अगेंस्ट द क्राउड जाके और अच्छा रिजल्ट
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लाना सो उस तरह की एक कंपनी है वो भी ऑटो सेक्टर से ही है। उसकी जो गाड़ी है ना वो भी थोड़ी-थोड़ी सड़कों पर नजर आने लग गई है। जैक T9 जैक T9 >> हां ये गंदारा ऑटोमोबाइल्स है कंपनी अगेन नॉट फाइनेंसियल एडवाइस और अगेन हमने जैसे
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बात की के जिस तरीके से नई गाड़ियां आती हैं तो कभी भी कोई नई गाड़ी आके पुरानी गाड़ी को थोड़ा सा जो है वो आउट ऑफ फेवर भी कर देती है। बट इस कंपनी ने बड़ी अच्छी इनकी प्राइस भी बड़ी अच्छी है। प्रोडक्ट के रिव्यूज भी काफी अच्छे आ रहे हैं। डिलीवरीज भी उनकी बहुत ज्यादा हो गई हैं। सो समझे एक कंपनी जो पहले थोड़े से ट्रक्स
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बेचती होती X200 इनका एक ट्रक है। कमर्शियल तौर पे इस्तेमाल होता है। अब उन्होंने आके एक गाड़ी ल्च कर दी है। जिसमें से तकरीबन शोरूम पे लोग सब बता रहे हैं कि पिछले 6 महीने में छ 3000 डिलीवर भी हो चुकी हैं। >> 3000 गाड़ियां जब बिकती हैं तो ठीक-ठाक
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कंपनी का प्रॉफिट होता है। तो ये एक कंपनी है। लेट्स सी थोड़ी सी गवर्नमेंट साइड से भी ऑटो इंपोर्ट की पॉलिसी चेंज हो रही है। उससे भी काफी ज्यादा इफेक्ट होता है। बट इस कंपनी में अच्छी ग्रोथ है। बट आपने अगेन अह ऑटो सेक्टर में जो क्रक्स है ना
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इन्वेस्टिंग का वह है नंबर वन कार फ्रेमवर्क। >> नंबर वन कार फ्रेमवर्क है कि इस बिनेस की ना बैक एंड इकोनॉमिक्स इतनी अच्छी है कि अगर आप गाड़ी अच्छी ले आए ना और वो तो आती है बाहर से जिसके साथ आपने पार्टनरशिप की। हम आपने खुद तो करना नहीं है उसमें कुछ इतना ज्यादा।
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>> तो आपको लोग एडवांस में पैसे भी दे देते हैं। ज्यादातर बिज़नेस तो इसी वजह से ग्रो नहीं कर पाते ना कि अगर सेल ज्यादा करनी है तो मुझे वर्किंग कैपिटल अरेंज करना पड़ेगा। लोगों को एडवांस देना है और पहले मुझे वो चीज बनानी होगी लेकिन गाड़ियों में आपको पैसे एडवांस में मिल जाते हैं। तो आपने जितनी भी ग्रोथ करनी है सारा जो
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वर्किंग कैपिटल है वो कस्टमर देगा। एस सच बॉटल नेक नहीं बनती। हम >> तो इस इंडस्ट्री में अगर आपकी गाड़ी नंबर वन हो जाए ना तो बहुत अच्छे प्रॉफिट बन जाते हैं और कैश साइकिल सारा भी बहुत अच्छा है। तो इनकी गाड़ी अभी अगर आप जैसे कंपेयर करें ना दूसरे ऑप्शन से तो 20 लाख
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अभी भी जो है जो फर्स्ट कंपैटर इन लाइन आता है ना उससे सस्ती है। तो जैसे-जैसे इसकी थोड़े से रोडों पे ज्यादा होगी। लोग एक्सेप्ट कर लेंगे। पार्ट्स वार्ट्स मिलने अच्छे हो जाएंगे। तो उससे और भी फिर जो है सेल हो सकती है। सो ये एक कंपनी है टू लुक
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आउट फॉर। लेट्स सी अगली दफा जब करेंगे तो पता चलेगा कि इस बार जो है अनपॉपुलर ओपिनियन का रिजल्ट क्या बना। सो आई थिंक ये तीन-चार कंपनीज़ मिला के मेजर पोर्शन ऑफ द मॉडल पोर्टफोलियो। >> मॉडल पोर्टफोलियो सर हो गया विदाउट डिस्टरबेंस। गंधारा, गनी केमिकल नॉट
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फाइनेंसियल एडवाइस। He हीon और क्या था? >> Apple मेल तो हमारा रेगुलर है ना। ये चार है। हां ये मेजर पोर्शन ऑफ द मॉडल पोर्टफोलियो। अगेन इसको एज एन आईडिया लें। >> इन सारी कंपनीज़ को एक्सप्लेन करने के लिए
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इस सेक्टर को एक्सप्लेन करने के लिए इससे ज्यादा डिटेल्ड वीडियोस जो ऑलरेडी YouTube पे मौजूद हैं उसको भी देखें सारा समझें। >> हां मिानan आल्सो एज वेल वो भी अच्छी ग्रोथ कंपनी है। तो उसका पूरा बिज़नेस समझें। अगर सारी चीजें समझ आती हैं। अगेन वो जो पांच चीजें ना लिख लें अपने पास्ट पेपर में। अगर वो आपको ठीक लगता है फ्यूचर
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में भी ऐसी रहेंगी तो आप बिल्कुल जो है इसके थ्रू जो है इन्वेस्ट कर सकते हैं। बट यह तो चले इंडिविजुअल कंपनीज़ है ना असल मकसद स्टॉक मार्केट का है कि आप इसमें ना पैसिवली इन्वेस्ट करें और फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव करें। 99% लोगों ने ये करना
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है। ये तो सिर्फ बाकी जो 1% लोग होते हैं जिनको शौक होता है इन्वेस्टिंग का वो करते हैं। अच्छी कंपनीज़ ढूंढते हैं। लेकिन 99% ऑफ़ द लोग अभी हमने एक दो-ती दिन पहले ना टैडक्स की टॉक भी थी। फाइनेंसियल फ्रीडम कैसे अचीव करना है? भाई पाकिस्तान में मैं जब सर्च कर रहा था आज तक किसी ने दी नहीं।
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मतलब देखें पाकिस्तान में इतनी महंगाई है और कितना बड़ा इशू है। लोग रिटायर होते हैं तो पीछे कुछ सेव भी नहीं कर पाते >> तो फाइनेंशियल फ्रीडम अचीव करना सबसे जरूरी है। >> हम चाहते नहीं है ना लोग अचीव करें। >> हम चाहते हैं लोग इनर्ड रहें। >> और इतना मुश्किल भी नहीं होता। मतलब आप
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अगर इसको सोचे ना मतलब वैसे इसको डिफाइन तो इस तरह करेंगे कि आपकी समझे जितनी सैलरी आती है ना महीने की आप ओवरटाइम कंपाउंडिंग से और इस तरीके से अपना पोर्टफोलियो या सेविंग्स इतनी बना लें कि मंथली इनकम जो है वो सैलरी से ज्यादा हो जाए। >> तो अभी हमने इसमें एक्सप्लेन भी किया पूरा
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के आप पूरा ट्रैक रिकॉर्ड देखें। सारे जो ऑप्शंस होते हैं आपके पास >> लोकल ऑप्शंस भी देख लें। इंटरनेशनल ऑप्शंस भी देख लें। एक ये भी बड़ा होता है कि पाकिस्तान में जो है ना डीवैल्यूएशन बहुत ज्यादा होती है। तो डॉलर में तो रिटर्न अच्छा नहीं बनता। इससे बेहतर है मैं बायर इन्वेस्ट कर लूं। जिन लोगों के पास ऑप्शन
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है लेट से ओवरसीज हैं। लेकिन अभी हमने इस टॉक के अंदर ना एक वीडियो भी पूरी चलाई के 1999 से लेके आज तक डॉलर में कितने रिटर्न आए हैं? इंडिया से कंपैरिजन कर लें, अमेरिका से कर लें और इसी तरीके से जो लोकल ऑप्शंस हैं, गोल्ड हो गया, स्टॉक
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मार्केट हो गई, सेविंग सर्टिफिकेट हो गए। किसने जो है आपको सबसे अच्छी कंपाउंडिंग करके दी और किसने जो है आपको फाइनेंसियल फ्रीडम के ज्यादा करीब पहुंचाया। एक दफा जब आप फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव कर लेते हैं फिर जिंदगी जो है बड़ी डिफरेंट हो जाती है। एक इंडियन पॉडकास्टर राज शवानी जो है
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ना >> वो कहते हैं दो तरह के लोग होते हैं। एक लोग होते हैं जिन जिन्होंने थोड़ा सा फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव कर लिया होता है या अच्छी मतलब फाइनेंसियल रिसोर्सेज उनके पास होती हैं और दूसरे होते हैं उनके पास नहीं होती। तो कहते हैं जिनके पास फाइनेंसियल रिसोर्सेज ठीक होती है ना एक मिनिमम बेयर लेवल की उनके बड़े मसले होते
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हैं। उनको जो है हेल्थ के बारे में भी सोच रहे होते हैं वो अपनी उनको नींद सही नहीं आ रही। उसके और भी ट्रेवलिंग में मेरे साथ ये प्रॉब्लम हो गई। अच्छा एक्सपीरियंस नहीं था। लेकिन कहता है जिस बंदे ने अभी वो बेयर मिनिमम इनकम नहीं अचीव की होती ना उसका यही मसला होता है। पैसा कमाना
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>> जब तक आप एक वो बेयर मिनिमम फाइनेंसियल रिसोर्सेज अचीव नहीं करेंगे तो सबसे बड़ा इशू जो है ना आपका यही रहेगा। तो स्टॉक मार्केट को यूज़ करना असल में फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव करने के लिए। >> हम >> और मैं बल्कि आपसे रिक्वेस्ट भी करूंगा ये दोनों वीडियोस जो है ना जो ट्रैक रिकॉर्ड है कि किस एसेट क्लास ने कितना रिटर्न
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दिया। यह इसमें अगर हम कोशिश करेंगे ऐड भी करें ताकि सब लोग देखें कि डिस्पाइट ऑल द टर्म ऑइल और यह सारी चीजें अभी भी यह नंबर वन ऑप्शन है सबके लिए। अगर आपने अपनी रिटायरमेंट के लिए जो है सेविंग करनी है। >> इसको ये मुझे लग रहा था मैं तो गरीब हूं। पर अब मैं आपकी बात सुनकर थोड़ा मैं खुश हो गया
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कि इतनी मैं खैर जनरली पैसा नहीं भी होता तो मैं कभी टेंशन नहीं लेता कि यार पैसा नहीं है। तो मेरे यही मसले हैं। हेल्थ के मसले हैं। ट्रेवल में एक्सपीरियंस अच्छा नहीं हुआ। तो यानी फाइनेंसियल फ्रीडम है मेरी जिंदगी में हो चुका है इसमें। सर लोगों के बहुत सारे सवाल थे बट बिफोर वी
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कम टू दैट सेंस हम ये फिलॉसोफी डिस्कस कर रहे हैं। अनफॉर्चूनेटली आपसे पहले मुझे सुनील भाई मिल गए तो मैंने सुनील भाई को फॉलो कर लिया तो उन्होंने बोला है ले लो तो मैंने ले ली। फिर मैंने अभी रिसेंटली एक ग्राफिक देखा। आई डोंट नो अगर आपकी नजर से गुजरा है कि जितने की हैवल 86 है उतने
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का अगर आप साजगार का स्टॉक ले लेते >> हम >> तो वो स्टॉक जो है आज 3 एक्स हो चुका होता या डिपेंडिंग ऑन एक्चुअली व्हाट टाइम अबाउट इट >> उससे भी ज्यादा हो सकता था और वो हैवल उतनी की है >> हम >> तो गलती >> हां ये देखें और
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>> चलिए ये तो एक स्मॉल टाइम की एक बहुत बड़ी सक्सेस स्टोरी होगी ना मेरे ख्याल से पाकिस्तान में शायद ही कोई कंपनी हो जिसने 20 एक्स किया हो दो-ती सालों में तो साजगार एक आउटलाइयर था और बैक एंड की क्योंकि इकोनॉमिक्स इतनी अच्छी है ना ऑटो सेक्टर की तो जो एक्सप्पोनेंशियल ग्रोथ थी वो पॉसिबल हो गई वरना अगर लेट्स से कोई
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सीमेंट की कंपनी है वो कभी भी 20x नहीं हो सकती क्योंकि 20x होने के लिए एटलीस्ट अपने क्वांटिटी को भी तो दो-तीन टाइम्स करना होगा ना बाकी दूसरी चीजों से भी हो सकता है तो दो-तीन प्लांट सीमेंट के लगाने हो आपने तो वो तो बहुत बड़ी इन्वेस्टमेंट हो जाती है लेकिन ऑटो सेक्टर में सारी जो एडवांसेस हैं आपको कस्टमर से मिलते हैं।
38:22
अब इसी चीज़ को आप दो-ती साल के बजाय लंबे अरसे पे देखें। कोई भी चीज़ अगर लेट्स से 10 साल पहले आपने Ban Bank में सेविंग अकाउंट खुलवा लिया होता। सही है? ₹1 लाख रख लिया होता तो वो अभी 2.5 लाख हो जाता सेविंग अकाउंट पे जो रिटर्न दे रहे हैं
38:38
उसके हिसाब से। लेकिन वही अगर आपने 10 साल पहले स्टॉक ले लिया होता तो वो 1 लाख जो है वो कोई मेरे ख्याल से 12 13 15 लाख हो जाता। तो हमेशा देखिए ना एक रिटर्न आपको जो है वो मिल रहा है कस्टमर का रिटर्न। एक होता है इन्वेस्टर का रिटर्न। ओनर का रिटर्न वो हमेशा ज्यादा होता है। तो बल्कि
38:53
एक वो फेमस इन्वेस्टर पीटर लिंच जो है ना >> वो यह बड़ा करते होते थे के जिस कंपनी में देखते होते थे ना लोग कस्टमर खुश हैं तो उसको फिर और रिसर्च करके मतलब वो कहते थे पजल का एक पार्ट तो बहुत स्ट्रांग है कि लोग इसको पसंद करते हैं। सेल होती रहेगी फ्यूचर में भी फिर वो बाकी सारी चीजें भी
39:09
चेक करते होते थे। बड़े उनको इस तरीके से अच्छे आइडियाज आते थे। >> रिटेल ब्रांड्स जो ज्यादा चल रही होती थी शॉपिंग मॉल में उसके थ्रू वो इन्वेस्ट करते थे कंपनीज़ में। रिच वर्सेस पुअर माइंडसेट है ना ये असल में। इम्तियाज इम्तियाज स्टॉक है इम्तियाज अबे यार इम्तियाज ये भी तो एक प्रॉब्लम है यहां पे जब बेशतर ब्रांड्स हैं दे आर नॉट पब्लिकली
39:27
लिस्टेड कंपनीज़ राइट >> तो हम हां पब्लिक लिस्टेड कंपनीज़ असल में देखिए जिस सेक्टर में डॉक्यूमेंटेशन थोड़ी सी कम है ना वहां पे लिस्टिंग नहीं है >> गाड़ियों में देखिए डॉक्यूमेंटेशन है कोई भी गाड़ी की या बाइक की ऐसी कंपनी नहीं होगी जो जो है अंडर द बुक्स गाड़ी सेल कर दे एंड में नंबर प्लेट भी तो लगनी है ना
39:43
उस पे तो इसी तरीके से फर्टिलाइजर की बड़ी-बड़ी कंपनीज़ हैं अब वो ऑन द बुक्स सारे काम है। बैंक्स भी इसी तरीके से हैं। रिटेल चेन और एग्रीकल्चर पाकिस्तान में जैसे वैसे ही मशहूर है कि ये अनडकॉक्यूमेंटेड है। तो इस वजह से इनकी कंपनीज़ नहीं है। >> जब डॉक्यूमेंटेशन सही होगी तो ये भी आ जाएंगे।
39:59
>> ये चैलेंज है। >> ये मेंशन किया है अभी ऑलरेडी। मुझे किसी ने बोला है Honda Airls के मजे हैं अभी फ्यूचर में। सच बात है। >> नहीं मैं इससे डिसएग्री करूंगा। >> क्योंकि ना भ जिस प्राइस में चाइनीस गाड़ी आ रही है ना। >> मुझे तो लगता है कि >> चाइनीस बाइक भी आएंगी।
40:15
अच्छा आप बाइक वाली कंपनी की बात कर रहे हैं। अच्छा Honda ATL अच्छा दो हैं। Honda कार भी है और Honda ATLS मैं तो बाइक वाली की बात कर रहा हूं। >> देखिए कोई अब जो है गवर्नमेंट भी पुश कर रही है कि आप ईवी बाइक्स पे जाएं। >> सही है। राइट? >> वो भी अब 3 लाख 3.
लाख की अगर बाइक होती है तो उसमें 70800 मेरे ख्याल से पंजाब
40:31
गवर्नमेंट की कोई स्कीम चल रही है। फिर उसकी रनिंग कॉस्ट इतनी कम है। वैसे आप बाइक पे 1 कि.मी. करते हैं तो मेरे ख्याल से ₹7 का पड़ता है। >> सारी चीजें डाल के। तो इलेक्ट्रिक बाइक में आप ग्रिड से भी चार्ज करें तो भी वह तकरीबन ₹1.5 का पड़ता है। तो वह तो जो है
40:48
एक साल में ही पूरे पैसे हो जाते हैं बल्कि शायद 6 महीने में हो जाते हैं। तो इकोनॉमिक्स भी फेवर करती है ईवी बाइक्स को गवर्नमेंट भी फेवर कर रही है। अब अगर Honda वाले नहीं लेकर आए कोई ऐसी ईवी बाइक जो कि इस रेंज में हो 3 सा 3 लाख इन्होंने ल्च की है लेकिन वो महंगी बहुत है। 5 6
41:04
लाख की रेंज में है। तो जैसे गाड़ियों में अगर हुआ है >> के चाइनीस सस्ता प्रोडक्ट ले आए और सारी उसकी क्वालिटी वगैरह ठीक थी तो चेंज भी हो सकता है ये वैसे तो अभी तो मतलब जितनी भी पाकिस्तान में बाइक्स बिकती हैं उसमें से आई थिंक 60% Honda की होती हैं।
41:20
>> हम >> बहुत बड़ी बात होती है। >> मैं तो Honda ही लेता हूं। >> हां। और बल्कि एकद साल पहले इनकी कंपनी से एक दफा बात हुई तो वो बता रहे थे कि पूरी दुनिया में जो एक बाइक बनती है ना सबसे सस्ती पाकिस्तान में बनती है >> हम >> और जैसे एक्सपोर्ट भी इन्होंने स्टार्ट की है क्योंकि यहां पे क्वांटिटी बहुत ज्यादा
41:35
है। ऑलमोस्ट मिलियन से भी ज्यादा एक साल में ये कंपनी बाइक्स बेचती है। आप जब आई नो सेगवे साइड पे चले गए। बट आप जब कहते हैं मैं इन्वेस्टर भी हूं उस कंपनी में तो फिर आप मैं आप पे क्यों भरोसा करूं? आपके तो स्टेक्स हैं। आई बिलीव आप हेलियन में इन्वेस्टर भी है ना।
41:50
>> अब तो आपका फायदा है कि उसका स्टॉक प्राइस कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट है। >> बट देखिए ना कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट अगर पिछले हमने जैसे बात की थी आप अगर चाहे एक शेयर को बढ़ाना कितना बढ़ा लें? कितनी
42:06
इतने ज्यादा लोग होते हैं मार्केट में बल्कि मुझे अभी याद आ रहा है कि जब हम लोगों ने >> अच्छी खासी फॉलोइंग है वैसे आप >> लेकिन फिर भी वो देखिए ना मिलियंस ऑफ डॉलर्स की रोज की ट्रेडिंग हो रही होती है। अब कितना वो मैनपुलेट कर लेंगे। मुझे उससे वो याद आया जब हम लोगों ने जुलाई
42:21
2024 में एडवाइज़री स्टार्ट की ना >> तो पहली कॉल में हमने दो कंपनीज़ सबको रेकमेंड की है। एक थी एफएफसी और एक ये एटलस Honda bi ही थी। >> तो ये थोड़ा इलिक्विड है। मतलब इसमें इतनी ज्यादा ट्रेडिंग नहीं होती। तो सबने कहा के यह तो इसकी तो इतनी ज्यादा ट्रेडिंग
42:37
नहीं होती तो हम लोग सारे और इतने ज्यादा लोग नहीं थे जब वैसे 30-40 लोग ही थे तो हम लोग सब खरीदेंगे तो ये तो बढ़ जाएगा तो अच्छी बात है बढ़ जाएगा लेकिन मैंने उस वक्त सबको समझाया और रिकॉर्डेड भी पढ़ा भी हुआ है के जिस दिन आप सोचने लग गए ना के मेरे इन्फ्लुएंस की वजह से जो है चीजें
42:55
ऊपर नीचे होंगी वो आपका एंड है आपकी जो नॉलेज या एनालिसिस है ना दैट शुड बी स्ट्रांग >> और उसकी वजह से फिर जो चीजें होती है ना वो फिर सस्टेनेबल भी होती तो जो ट्रेडिंग की आप बात कर रहे हैं कहीं मैंने सुना था आपने कहा कि 10 अरब होता था
43:11
अब 40 अरब होता है यह तो बिलीवबल नंबर्स नहीं लग 40 अरब ट्रेड होता है रोज जैसे ट्रेडिंग होती है ना जो की जो वैल्यू है >> 40 अरब रोज >> अब हो गया 40 अरब >> रोज 40 अरब ट्रेड होता है बड़ी-बड़ी कंपनीज़ में था ना अब जैसे ये ओजीीडीसी
43:26
पीपीएल है इनमें तो बहुत ज्यादा ट्रेडिंग होती है और ये हम कम है मेरे ख्याल से अमेरिका में एवरेज होती है 1% % या 75% ऑफ जो भी उनका मार्केट कैप है ना वह रोज की ट्रेडिंग होती है और हम लोग हैं तकरीबन
43:42
ये 150 मिलियन डॉलर्स बन गए ना तकरीबन और हमारा मार्केट कैप 65 बिलियन डॉलर्स है तो हम तो अभी टू पे हैं तकरीबन 2.25 सो ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के हिसाब से >> हम 1/3 है के जो उधर का साइज है और जो रोज
43:58
की वॉल्यूम होती है बट रिसेंटली तो एक अपटेक आया है इन स्टॉक इन्वेस्टर्स >> ज्यादातर सर लोग अब लोग >> नहीं हम लोगों का तो विज़न है कि 1 मिलियन इन्वेस्टर्स तक पहुंचना है 2030 तक >> भाई इतने अच्छे रिटर्न्स हैं और सारी
44:14
चीजें अगर आपको समझ आ जाए तो क्यों नहीं बंदा इसमें इन्वेस्ट करे मतलब आप पूरा रिकॉर्ड भी देख लें सब कुछ देख लें >> इतने अच्छे रिटर्न्स हैं फिर भी लोग जो है सही से गाइड नहीं करते एक थोड़ा मुश्किल बना देते हैं अब दो तीन चीजें अच्छी हुई है वैसे पिछले दो-ती सालों में एक दो आसान अकाउंट जो है ना वो गवर्नमेंट ने शुरू
44:31
करवा दिया था 2022 में इससे भी बड़ा जो है ट्रैक्शन मिलेगी क्योंकि 10 लाख तक आपने इन्वेस्ट करना है तो आपसे कुछ नहीं मांग रहे वो और दूसरा आरडीए अकाउंट शुरू करा दिया क्योंकि ओवरसीज पाकिस्तानी भी काफी ज्यादा इन्वेस्टि हां तो आप अब आपको पाकिस्तान भी आने की जरूरत नहीं है। आप उधर से ही बैठ के आपका अकाउंट खुल जाता
44:46
है। आराम से शेयर्स खरीद सकते हैं और कस्टडी भी जो आपकी होती है ना वो सीडीसी के पास होती है। ब्रोकर के पास भी नहीं होती। तो ब्रोकर की इन्वॉल्वमेंट भी बीच में से जो है काफी कम कर दी है। सो आई थिंक ये दोनों चीजें जो हुई हैं और उसके साथ-साथ जो बुल मार्केट फ्रेमवर्क चल रहा है मेरे हिसाब से तो 1 मिलियन इन्वेस्टर्स
45:02
तो होने चाहिए तो तीन चार सालों में तो ये हम जब पीछे देखते हैं ठीक है इट स्टार्टेड ही वाज़ न्यू 150x हो गया >> हम >> आगे तो नहीं होगा >> नहीं क्यों नहीं होगा वही देखें ना अब अगर 15 >> 150000 * 150
45:18
>> वो असल हो ही नहीं सकता जब जब वो नंबर्स बड़े हो जाते हैं ना >> तो 1 मिलियन के इंडेक्स को वो फिर से 1000 कर देंगे ये नंबर ही है ना सिर्फ और तो कुछ भी नहीं है ना भाई अगर आप देखें ना एवरेज कि पाकिस्तान में हर साल जो एवरेज बिजनेस है ना वो अपना प्रॉफिट 17 18% बढ़ा
45:34
लेता है तो 4 साल में वो वैसे ही डबल हो जाता है जो उसका प्रॉफिट है ना वो कंपाउंड होकर के डबल हो जाता है ये एवरेज कंपनी की बात कर रहा हूं कुछ कंपनीज़ 3 साल में भी डबल कर लेती है तो अगर 4 साल में प्रॉफिट डबल हो रहा है तो 20 8 इयर्स में उसने सात दफा डबल होना है तो
45:52
28 इयर्स में सात दफा डबल होता है 128x। >> तो अगर हम सिर्फ यह सोचें कि पाकिस्तान के बिजनेस ओनर्स हर साल अपना प्रॉफिट 18% बढ़ाएंगे तो उसी से जो है अगले 28 इयर्स में इंडेक्स जो है वो 128 एक्स हो जाता है। क्योंकि उसकी वैल्यू बढ़ जाती है। अब
46:09
इसमें आप कुछ भी सोच सकते हैं कि इधर जो है बिनेस के प्रॉफिट्स बहुत ज्यादा होते हैं। इवन दो टैक्सेशन बहुत हाई है। एलट कैप्चर का रोल भी हो सकता है। ये भी हो सकता है कि इधर इनफ्लेशन ज्यादा है। तो इस वजह से थोड़े से इनफ्लेशन का फैक्टर भी इन हो जाता है।
46:24
लेकिन जिस तरह से प्रॉफिट पिछले सालों में बढ़े हैं उसी तरीके से उसी स्पीड से बढ़े तो चले 150 नहीं हुआ अगर कोई दूसरा फैक्टर आ गया तो हो सकता है 100 हो जाए 25 से 30 इयर्स में लेकिन अगर इस तरीके से थोड़ी सी चीजें बेहतर हो गई इकोनमिक ग्रोथ थोड़ी बेहतर हो गई तो ये इससे ज्यादा भी हो सकता
46:40
है तो रेंज इसी में रहेगी क्योंकि कंपाउंडिंग तो चलती रहती है ना बिज़नेस में। आपने फाइनेंसियल फ्रीडम की जो बात की थी थोड़ा प्रव्यू भी दे दें टैट टॉक का बट थोड़ा मुझे पर्सनल हेल्प भी दे दें अब क्योंकि आपको पता है मैं बुड्ढा भी होता जा रहा हूं तो मैं रिटायर भी होने वाला हूं तो अब मुझे ये टेंशन शुरू हो गई है कि
46:57
यार मेरी तो कोई टेंशन नहीं है मेरा तो कुछ नहीं है >> तो एज समबडी लेट्स से हु इज 35 >> हम् >> मैं क्या करूं अगले >> चलें 15 साल तो मैं काम करूंगा ही 15 साल 65 में सब रिटायर होते हैं। >> चल मैं जल्दी जा रहा हूं। मैं चाह रहा हूं
47:13
जिंदगी 30 कर ले चलिए 30 कर लें कि अगले 30 साल >> मैं किस रेट पे इन्वेस्ट करूं कि 30 साल बाद मैं घर भी बैठा रहूं तो घर चल जाए 30 साल तो बहुत अच्छा टाइम होता है बल्कि हमने ये जो भी टेक्स स्टॉक थी ना उसके अंदर पूरा यही बताया कि फाइनेंसियल फ्रीडम
47:30
कैसे अचीव करना है। पहले ये बता दिया ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है तो आपने इस एसेट क्लास को चूज़ करना है। इसमें कंपाउंडिंग ज्यादा होती है। फिर 15 साल, 25 साल और 35 साल तीनों के अंदर जो एवरेज रिटर्न है ना इंडेक्स का एक साल का 17 18% उसके हिसाब
47:45
से अगर आप 25 इयर्स वाला करते हैं ना और आप हर महीने 10,000 लेट से सेव करते हैं >> तो आप उसको हर महीने 10,000 डालते हैं ना स्टॉक्स में एवरेज स्टॉक्स में इंडेक्स वाले उसके साथ-साथ चलें कोई अच्छी कंपनी मिल जाए तो उसमें ले लें लेकिन ज्यादातर एवरेज के साथ ही चलना है।
48:00
>> तो 25 साल में ना आप सेव करते हैं 1.2 करोड़। आपको ना हर साल इसको 10% बढ़ाना है। जैसे आपकी सैलरी बढ़ी है ना इनफ्लेशन की वजह से तो 10,000 को 11 कर देना है अगले साल में। तो 25 सालों में जो आपने अमाउंट सेव की होगी ना वो होगी 1.2 करोड़ तकरीबन। अभी मुझे नंबर्स याद हैं। और ये
48:16
जब कंपाउंड हो जाएगी ना तो ये हो जाएगी 9 करोड़। 8.5 से 9 करोड़। और अगर आप 35 इयर्स के लिए करते हैं तो यही चीज 10,000 हर साल एक 10% उसको बढ़ा देना तो आपने जो टोटल सेविंग की होगी ना वो होगी 3.25 करोड़। >> लेकिन वो कंपाउंड होके हो जाएगी 50।
48:34
50 50 टाइम जितना ज्यादा बढ़ता रहता है देखिए ना वो अब अभी जैसे हम बात कर रहे थे कि 30 इयर्स में तकरीबन 27 इयर्स में 150x हो सकता है कि नहीं >> तो आखिरी तो डबल 4 साल में हुआ ना सिर्फ लेकिन उसने 75 से 150x पे ले गया इनको मैं
48:50
इतने पैसे देता नहीं कि 10,000 महीने में सेव कर ली 5000 से भी स्टार्ट कर सकते हैं >> कर अगर तो कर ले अममान हाउ ओल्ड आर यू नाउ >> 23 तो अगर ये >> 35 इयर्स के लिए कर सकते हैं >> तो ये अगर आज 10,000 सेव करना शुरू करें एंड आप कह रहे हैं केएस इंडेक्स में डाल
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दें। नॉट इन अ पर्टिकुलर के 100 में डाल सकते हैं। >> KMI30 में भी डाल सकते हैं। उसमें इस्लामिक शरिया कंप्लेंट कंपनीज़ होती हैं। >> सो यू कैन गो ऑन एनी ऐप एंड जस्ट बाय KS 100 या >> ये प्रोडक्ट पाकिस्तान में अभी अवेलेबल नहीं होता। बट लेट्स से अगर आप KMI 30 में इन्वेस्ट करना चाह रहे हैं शरिया
49:22
कंप्लायंट में। तो ये अच्छी बात होती है इंडेक्स की जो टॉप कंपनीज़ होती है ना उनकी परसेंटेज ज्यादा होती है। >> तो टॉप 20 30 ही जो है मेजर परसेंटेज बनाती हैं। KMI 30 में जो टॉप 15 है ना दे मेक अप 90% ऑफ़ द इंडेक्स। >> तो आप समझे वो जो 15 कंपनीज़ है ना उसकी जितनी जितनी परसेंटेज होगी लेट से आपने 1
49:38
लाख इन्वेस्ट करना है। आप जिस कंपनी का 10% होगा ना आप 10,000 उसमें डाल दें। >> जिसका नौ होगा 9,000 उसमें डाल दें। आखिरी 10% अपने लिए रख लें जो लेट्स से कोई अच्छी कंपनी लगे। >> ऐसा नहीं है कि आप Ki30 का स्टॉक खरीद सकते हैं। >> नहीं अभी नहीं है मेरे ख्याल से। >> सो यू कैन जस्ट >> हां। तो 10,000 महीना डालें ये
49:54
>> हम >> तो क्या >> 35 इयर्स के लिए >> कितने साल डालें >> देखिए स्टार्ट असल में दो-ती साल के लिए करना होता है जब आप दो-ती साल में रिजल्ट्स देखते हैं ना और आपको समझ आती है कंपाउंडिंग आप उस टाइम में थोड़ा-थोड़ा कंटेंट भी कंज्यूम कर लेते हैं तो वो फिर ऑटोमेटिक हो जाता है। फिर आपकी मर्जी होती
50:10
है। आप 15 साल बाद भी निकाल सकते हैं। 10 साल बाद भी निकाल सकते हैं। 25 साल के लिए भी निकाल सकते हैं। लेकिन वो करते रहते हैं लोग। जब इतनी अच्छी वो कंपाउंड हो रहा है तो क्या जरूरत है निकालने की? बट शुड रेकमेंड जो मेरा फायदा हो जाता है क्योंकि मैं क्लज़ आदमी हूं। हम >> इन्वेस्ट करके भूल जाएं।
50:25
>> बिल्कुल छोड़ दें बस। देखिए पाकिस्तान में बूमबर साइकिल आते हैं। >> उसमें भी रियलिटी है। >> हम >> लेकिन अगर आप आंखें बंद करके भी इन्वेस्ट करते हैं तो भी डिस्पाइट ऑल द टर्म ऑइल अच्छा रिजल्ट है। >> हम >> तो अगर बिल्कुल पैसिवली करना है तो ये भी
50:40
ठीक है। >> लेकिन अगर उसमें थोड़ी सी जो फर्स्ट स्टेप ऑफ वैल्यू एडिशन है ना जो सबसे कम टाइम लगा के आप कर सकते हैं। >> हम >> आई थिंक वो है बूमबर साइकिल। वो अगर आप थोड़ा सा समझ लें कि इकॉनमी की थोड़ी सी है तो आप एटलीस्ट जिस टाइम पे थोड़ा सा डाउनवर्ड आने के चांसेस होंगे
50:55
>> तो आप सेफ्टी की तरफ चले जाएंगे। वेल्थ क्रिएशन के बजाय थोड़े सालों के लिए वेल्थ प्रोटेक्शन कर लेंगे। आपने अभी जो एक PSX पे वीडियो बनाई थी अभी आप कह रहे हैं KSC 100 नहीं ले सकते बट यू आर टॉकिंग अबाउट PSX एज अ कंपनी तो PSX खरीद सकता हूं मैं
51:11
PSX का स्टॉक इन जनरल >> अच्छा KSC 100 या KMI 30 तो जो टॉप कंपनीज़ है ना >> हां उनकी लिस्ट >> उनका इंडेक्स है >> PSX खुद भी एक बिज़नेस है ना >> तो वो लिस्टेड है >> हां वो लिस्टेड है >> अब उसका होता ऐसे है कि जिस कंपनी ने भी उस पे अपनी लिस्टिंग कराई हुई है वो एनुअल
51:27
फीस देती हैं थोड़ी सी >> तो वो एक रेवेन्यू हो गया उस कंपनी का ओके >> और फिर जितनी ट्रेडिंग होती है रोज की उसका कुछ ₹1 लाख की ट्रेडिंग पे ₹3.5 बयर और ₹3 सेलर जो है ना वो पीएसएक्स को रेवेन्यू जाता है। >> लाख पे ₹7 >> ₹7 टोटल
51:43
>> ठीक है तो इस तरीके से >> 40 अरब पे कितना हुआ भाई? >> हां ₹40 अरब पे >> 40 अरब पे तो बहुत हो गया है। >> ये अगर ये 65 बिलियन हो ना रोज की और जितने वर्किंग डेज होते हैं पाकिस्तान में तो इसके इस सिर्फ इस ट्रेडिंग की वजह से 1 बिलियन पीएसएक्स के पास चला जाता है साल का रेवेन्यू। फिर उनकी कॉस्ट है जो उनके
51:58
सारे ऑफिससेस हैं, स्टाफ है उनकी तो उस तरीके से फिर इस कंपनी का भी एक प्रॉफिट बनता है। उसके हिसाब से यह भी एक कंपनी है जिसको आप वैल्यू कर सकते। >> बट दिस इन जनरल स्टॉक एक्सचेंज की जो स्ट्रेंथ है वो नहीं इस पे रिफ्लेक्ट करती। सो लाइक अगर
52:14
150,000 है। हां बिकॉज़ ट्रेड ज्यादा हो रहा है। तो इसलिए पीएसएक्स का >> तो वैल्यू देखिए जितना ज्यादा इंडेक्स होगा उतनी ज्यादा वैल्यू्यूएशन होगी और उतनी ज्यादा जो है रोज की ट्रेडिंग भी होगी। दूसरा फिर जब वैल्यू्यूएशन अच्छी होती है, नई कंपनीज़ भी आ जाती हैं, तो नंबर ऑफ़ कंपनीज़ बढ़ती है, उससे भी लिस्टिंग
52:30
फी बढ़ जाती है। >> तो लॉन्ग टर्म नॉट फाइनेंसियल एडवाइस बट पीएस खरीदें। >> मतलब आप कर सकते हैं। एक अच्छी कंपनी है लॉन्ग टर्म में बट हम लोग मॉडर्न पोर्टफोलियो में ना हमें बहुत चूजी होना पड़ता है। >> सर लोगों के सवाल बहुत सारे थे। तो मैंने सोचा आज मेजोरिटी टाइम उन पे लगाएं।
52:47
>> व्हाट इज एन ईटीएफ? एंड व्हाई शुड 90% ऑफ़ पीपल इन्वेस्ट इन ईटीएफस?
इंस्टेड ऑफ़ डायरेक्टली बाइंग स्टॉक्स? व्हाट आर सम शरिया कंप्लाइंट ईटीएफ्स इन पाकिस्तान?
>> ईटीएफ अगेन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स होते हैं और उसमें यही होता है कि बैक एंड पे उन्होंने लेट्स से केएस 100 का ईटीएफ बना
53:04
दिया। यानी कि कोई एक कंपनी होती है उसने ये सारे स्टॉक्स जो है ना इन प्रमोशन बाय कर लिए और फिर वो लोगों को कहते हैं कि आप हमारा ईटीएफ खरीद लें। हमने बैक एंड पे वही रखा हुआ है। उसमें से जितना भी गेन आएगा हम आपको दे देंगे। लेकिन पाकिस्तान में ऐसे ईटीएफ नहीं है। >> नहीं है। >> जो कि ये सारी कंपनीज़ को कैप्चर कर लें।
53:20
आप क्यों नहीं ऑफर कर रहे हैं ये सर्विस? यह शायद थोड़ा सा इसमें रेगुलेटरी हैं कंडीशंस और दो-ती साल पहले ही पहला ईटीएफ आया था। तो ये बिल्कुल अच्छी चीज है ये एक केस 100 का भी होना चाहिए केएमआई 30 का भी होना चाहिए। अभी जितने भी ईटीएफ है
53:37
ना उसमें ऐसे 101 कंपनीज़ होंगी। तो फिर जब 10-12 कंपनीज़ है ना तो फिर नॉट नेसेसरीली दे विल मिमिक द इंडेक्स रिटर्न। तो वह थोड़ी सी उसमें कंसंट्रेशन आ जाती है और दुनिया में लेकिन ईटीएफ होते हैं तो लोग उसके थ्रू काफी इन्वेस्ट करते हैं। >> व्हाट आर द केसेस व्हेन पीपल शुड नॉट बी इन्वेस्टिंग इन द स्टॉक मार्केट?
53:54
मेंटल केस नहीं आई थिंक अगर आप थोड़े से एडवांस्ड हैं और बूमबस साइकिल को समझते हैं >> तो फिर अगर आपको लगता है कि लेट्स से 4 लाख 5 लाख में इंडेक्स पहुंच जाता है और आप सोचते हैं कि अब जो भी मैं कंपनी ढूंढता हूं वो तो अपनी वैल्यू्यूएशन के
54:10
करीब करीब ही चल रही है। कोई खास अपसाइड नहीं है >> और साथ आपको लगता है कि इकोनमिक कंडीशंस थोड़े से हो सकती हैं डिटोरियरेट तो वो एक टाइम हो सकता है। अगर आप बाहर हैं लेट से पाकिस्तान से आपको बाहर कोई और बेहतर ऑप्शन लग रहा है तो एक कांसेप्ट ऑफ वेस्ट
54:25
इन्वेस्टमेंट भी होता है ना कि आपके पास सामने जितने भी ऑप्शंस हैं उसमें से जो सबसे अच्छा होगा आप उसमें जाएंगे तो उस पॉइंट ऑफ व्यू से हो सकता है लेकिन अगर किसी ने फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव करना है लॉन्ग टर्म कंपाउंडिंग करनी है पैसिवली तो फिर कोई टाइम नहीं होता आपको हर टाइम पे थोड़े-थोड़े खरीदने चाहिए >> आपने तो ये रेकमेंड किया है ना बाहर भी
54:42
हैं ओवरसीज पाकिस्तानी >> nसdc वगैरह से बेहतर हम >> nसdc से बेहतर रिटर्न है और अगर उस पॉइंट ऑफ व्यू से भी देख ना चले ये तो एक लंबी प्लानिंग थी। अब लोग तीन-ती चार-चार साल पे भी देख रहे होते हैं कि मुझे किस चीज में करना चाहिए। >> तो अब आप देखें अमेरिका में टेरिफ्स की अनसर्टेनिटी चल रही है। एक पूरा वो चल रहा
54:59
है कि पता नहीं अब अमेरिकन सिस्टम नंबर वन रहेगा कि नहीं। >> हम >> इंडिया ने तो दोनों सुपर पावर्स के अगेंस्ट हो गया है। >> तो इंडिया का भी जो है आउटलुक इतना अच्छा नहीं है। उनकी भी ना वैल्यू्यूएशनंस बहुत ऊपर गई हुई थी। >> तो इस तरह से जितने भी ऑप्शंस हैं उसमें
55:14
ऐसा आप पुराना रिकॉर्ड भी देखेंगे ना जब पाकिस्तान का बुल मार्केट फ्रेमवर्क ऑन होता है। वो इतनी तेजी से कंपनीज़ ग्रो कर रही होती है और वैल्यूएशन ऊपर जा रही होती है और डॉलर भी स्टेबल होता है। यह तो एक इंपॉर्टेंट चीज है ना। इसके बगैर तो बुल मार्केट फ्रेमवर्क बनता ही नहीं है। जब तक डॉलर स्टेबल होता है तो डीवैल्यूएशन भी
55:31
नहीं होती। उससे और जो है वो काफी अच्छे रिटर्न्स आते हैं। >> व्हाट इज़ व्हाई इज़ द कॉनंसेप्ट ऑफ़ टाइम वैल्यू ऑफ़ मनीेंट टू अंडरस्टैंड इन करंट फाइनेंसियल सिस्टम? इसको इस तरीके से देख सकते हैं कि
55:47
अगर कोई लेट्स से बहुत यंग है और वो सोच रहा है कि मैं ये सारी चीजें करूं। मेरा भी पोर्टफोलियो शायद इतना ज्यादा नहीं है तो मैं सब चीजों पे टाइम लगाऊं कि नहीं? तो उसमें फिर वह टाइम वैल्यू आ जाती है के लेट्स से किसी का पोर्टफोलियो अभी 1 लाख का है और उसने ए अब जो बहुत टॉप के
56:04
इन्वेस्टर्स होते हैं दुनिया के वो साल की 10% आउट परफॉर्मेंस लाते हैं। यानी कि जो इंडेक्स रिटर्न ला रहे हैं ना उससे 10% ज्यादा लाते हैं। तो अगर कोई ये चीज़ 1 लाख के पोर्टफोलियो पे करेगा तो उसको तो 10,000 का ही फायदा होगा ना एडिशनल। >> यानी कि वो विद ज़ीरो टाइम ऑलमोस्ट के साथ जो रिटर्न ला रहा था और वो फिर फुल रिसर्च
56:20
करके सब कुछ किया। एडिशनल बेनिफिट क्या हुआ? ₹10,000 का। तो अगर पोर्टफोलियो साइज कम हो स्पेशली तो फिर आपको जो है बिल्कुल ऐसे सशन पे जाना चाहिए जिसमें आप आंख बंद करके इन्वेस्ट कर लें। फिर हां जब आपका पोर्टफोलियो साइज बढ़ जाता है फिर इन चीजों कीेंस आ जाती है। आप अपनी भी
56:36
फाइनेंसियल प्लानिंग करते हैं। आपको भी होता है मैं कोई अच्छी कंपनी ढूंढ के उसमें इन्वेस्ट करूं एक्स्ट्रा रिटर्न कमाऊं जल्दी कंपाउंडिंग करूं। तो फिर जो है वो आपको ये सारी चीजें करनी चाहिए। >> प्लीज टेल अस फ्री पोर्टफोलियो सो दैट वी कैन स्टार्ट आवर इन्वेस्टमेंट। मॉडल पोर्टफोलियो आपको मिल चुका है।
56:51
>> मॉडल पोर्टफोलियो और उससे भी अच्छा मॉडल पोर्टफोलियो फॉर एवरीवन इंडेक्स >> जो इंडेक्स करके जो बनता है पोर्टफोलियो। >> फवाद मसूद पूछ रहे हैं यू यू ऑलवेज टॉक अबाउट 25 इयर्स बट इफ वी लुक एट द स्टैट्स ऑफ़ द लास्ट डेकेड द टोटल रिटर्न ऑफ़ गोल्ड आउटशाइन द रिटर्न ऑफ़ पीएसएक्स बाय अ गुड
57:08
5% शुड वी इग्नोर द इन्वेस्टमेंट इन गोल्ड एट ऑल और मस्ट वी इन्वेस्ट सम परसेंटेज ऑफ़ द पोर्टफोलियो इन गोल्ड एज़ वेल? सर आप खरीदें सो नाउ। अच्छा गोल्ड भी वो अगर 25 इयर्स भी देखते हैं ना 25 27 इयर्स उसमें गोल्ड नंबर टू पे आता है।
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>> और जो हालात जैसे चल रहे हैं दुनिया के जब भी क्लैश होता है ना सुपर पावर्स का तो गोल्ड एक सेफ एसेट के तौर पे और ये पिछले दो-ती साल में हुआ भी है। जब अमेरिका ने रशिया के फंड्स >> सेंशन किए ना उनके जो बैंक अकाउंट में
57:41
डॉलर्स पड़े हुए थे तो सब एक सिग्नल चला गया रशिया को चाइना को इंडिया को कि अमेरिका आपके डॉलर वाले जो रिजर्व्स हैं आपके वो भी जो है वो जब्त कर सकता है तो गोल्ड एक ऐसी चीज है कि फिर सब उसकी तरफ गए तो जिस तरह के हालात चल रहे हैं दुनिया
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में कुछ पोर्शन आपका पोर्टफोलियो बिल्कुल गोल्ड में हो सकता है वो आपको प्रोटेक्शन भी देगा डीवैल्यूएशन के अगेंस्ट लेकिन गोल्ड की जितनी भी ते रैली हो जब स्टॉक मार्केट वाला बुल मार्केट फ्रेमवर्क ऑन होता है ना उसको नहीं बीट कर पाती। अभी आप देखें पिछले 2 साल में कितना अच्छा मेरे ख्याल से 2 लाख से ऑलमोस्ट 4 लाख का हो
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गया लेकिन इंडेक्स उससे ज्यादा है। सो अच्छा 10 साल वाली बात बड़ी इंपॉर्टेंट है। अ कोई कहता है नहीं मैं तो 5 साल का देखूंगा। कोई कहता है मैं 10 साल का देखूंगा। कोई कहता है 15 साल का देखूंगा। स्टार्टिंग पॉइंट हर किसी का अलग होता है। तो आफ्टर 25 इयर्स ना यानी कि हमने जैसे
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बात की कि इंडेक्स 1000 से 15500 पे गया तो इसमें ओवर 25 अब इसमें जो पीई रेशियो ऊपर नीचे हुआ है ना उसका इंपैक्ट बहुत कम हो जाएगा लंबे टाइम पे। सही है? जो एक्चुअल में बिनेस के प्रॉफिट बढ़ रहे
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होंगे ना उसके हिसाब से होगा। ऐसा नहीं हो सकता कि आपका इंडेक्स जो है 1000 से ₹1.5 लाख पे जाए और आपके बिज़नेस के प्रॉफिट सिर्फ 10 टाइम्स इनक्रीज़ हुए। वैसा हो ही नहीं सकता क्योंकि वो रियलिटी से दूर चला जाएगा। तो आप इस टाइम को जितना भी बड़ा करेंगे ना मैं हमेशा रेकमेंड करता हूं 25 प्लस के बाद आप कुछ भी कर लेंगे ना तो
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रिजल्ट इतना ज्यादा फर्क नहीं आएगा। आप अगर 25 के बजाय 30 भी करेंगे तो भी सिमिलर रिजल्ट्स आएंगे। तो 10 साल तो बहुत कम होता है इन्वेस्टिंग में। अमेरिका में 1999 से लेके 2009 लॉस डेकेड है। यानी कि स्टॉक्स नीचे गिरे फिर ऊपर आए फिर नीचे
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गिर गए। वो 0% रिटर्न था। तो अगर आप उसके बेसिस पे अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग करते तो आप तो कहते ये तो बिल्कुल बेकार एसेट क्लास है। हालांकि वो नंबर वन एसेट क्लास है। लॉन्ग टर्म तो 10 साल बहुत कम होता है इन्वेस्टिंग में। >> अगर आप 510 साल के लिए सोच रहे हैं फिर आपको थोड़ा सा वो इन्वेस्टर कैप पहननी
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पड़ती है कि आउटलुक कैसा है? पाकिस्तान के हिसाब से बुल मार्केट फ्रेमवर्क ऑन है या ऑफ है। लेकिन अगर आपने चेक करना है कि मैंने अगर फाइनेंशियल प्लानिंग करनी है 2030 सालों की तो फिर आप लंबे अरसे के रिटर्न देखें। उसमें सारी चीजें कैप्चरर्ड होती है। आस्क हिम ही सेज़ एंड एव्री
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वीडियो अ बिगिनर शुड सिंपली फॉलो द इंडेक्स एंड स्टार्ट इन्वेस्टिंग बट द इंडेक्स इज़ सो कन्फ्यूजिंग। इट चेंजेस एवरीडे एंड वी डोंट अंडरस्टैंड व्हिच कंपनीज़ टू इन्वेस्ट आर 10 20000 मंथली इन इफ वी कैन मेक अ डिटेल्ड वीडियो अ ट्यूटोरियल इट वुड रियली ओपन दैट जैम डोर
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फॉर अस। नहीं 1% ट्रू और हम लोगों का भी जो विज़न है 2030 उसमें से 99% लोगों ने यही करना है। वो 1% लोग होते हैं जिन्होंने अपना पोर्टफोलियो थोड़ा सा टेलर करना होता है। अच्छी कंपनीज़ ढूंढते हैं। इस पे ऑलरेडी एक वीडियो बनी हुई है कि 5
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मिनट्स लगा के हर साल आप पोर्टफोलियो कैसे बना सकते हैं और करना भी उसमें यही होता है कि जो इंडेक्स की परसेंटेज है ना आपने उसको मैच करना है। अगेन KMI 30 में अगर लेट्स से आप ₹1 लाख डाल रहे हैं तो जो जो परसेंटेज है उसके हिसाब से आप उसको डिस्ट्रीब्यूट कर दें तो फिर इंडेक्स
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जितना बढ़ेगा वो आपके पास भी वही कंपनीज़ हैं। आपका भी पोर्टफोलियो उतना ही बढ़ेगा। >> तो ये सिंपल टेक्निक होती है। इसमें ऑलरेडी जो वीडियो बनी है ना 5 मिनट्स और ये हमारी नंबर वन वीडियो भी है। मतलब लोग अभी भी इसको देखते हैं और उस पे कमेंट्स आ रहे होते हैं। >> 126000 व्यूज
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>> 126000 व्यूज। >> हां मैं स्टॉक करके आया हूं आपको। अ रीज़ फॉर स्टॉक एंड इनफ्लेशन ग्रोइंग एट द सेम टाइम। कर लें कर लें। इट्स फाइन। वी लेट इट इट आउट।
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लगर टर्म बेसिस पे तो अगर इनफ्लेशन हो रही होती है ना तो वो बिज़नेस के प्रॉफिट्स को भी बढ़ा रही होती है। क्योंकि बिज़नेसेस के पास पावर होती है कि कोई चीज़ अगर महंगी होगी ना उसको बनाना अगर महंगा होगा तो मैं अपनी प्राइस इनक्रीस कर दूंगा। यह हर चीज़ में नहीं होता। तो लॉन्ग टर्म बेसिस पर
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प्राइसिंग पावर क्योंकि बिनेसेस के पास होती है तो इनफ्लेशन उनके प्रॉफिट्स को और इनक्रीस कर देती है। कभी-कभी जरूरी नहीं होता कि एक साल में इनफ्लेशन हुई तो प्रॉफिट बढ़े। उनको भी कभी-कभी वेट करना पड़ता है। जब हालात थोड़े बेहतर हो जाते हैं। फिर वो प्राइस थोड़ी सी बढ़ाते हैं। >> तो इनफ्लेशन रियल रिटर्न्स जैसे कहते हैं
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ना कि अगर इनफ्लेशन को माइनस कर दें तो फिर रियल रिटर्न्स किसके हैं? तो उसमें भी स्टॉक्स नंबर वन है। पाकिस्तान में भी दुनिया भर में भी। प्लीज आस्किंग व्हाट हैपेंस व्हेन डेवलप्ड स्टॉक मार्केट्स लाइक जापान क्रैश फॉर डेकेड्स?
जापान का क्रैश जो हुआ था मेरे ख्याल से
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1980 में शुरू हुआ था और 40 साल बाद वहां पे इंडेक्स पहुंचा। >> तो उसमें ना वो बहुत ऊपर की प्राइस पे चले गए थे। मेरे ख्याल से 80 पीई रेशो या शायद 40 पी रेशो हो गया था। हम >> अमेरिका में भी यह हुआ इधर 1929
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>> ग्रेट डिप्रेशन मतलब >> ग्रेट डिप्रेशन जब स्टार्ट हुआ पहले स्टॉक मार्केट का क्रैश क्रैश >> तो वो 1954 में जाके उधर वापस आए >> तो ऐसे कभी-कभी होता है एक बुक भी रेकमेंड करूंगा इर्रेशनल एक्सोबरेंस >> उसमें बताई हुई है ऐसी एग्जांपल्स के
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कभी-कभी इतना ऊपर चला गया इंडेक्स के फिर उसको वापस आने में डॉलर टर्म्स और रियल टर्म्स में कोई 2030 साल लग गए लेकिन पाकिस्तान में इनफ्लेशन ज्यादा होती है। तो जब ये आए भी है ना ये सिक्स से इयर्स में रिकवर हो जाता है। जैसे जो 2000 सात
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वाला हाई था उसके बाद बंद की इन्होंने स्टॉक मार्केट क्रैश हो गया काफी ज्यादा। >> ग्लोबल रिसेशन वाला >> हां रिसेशन वाला भी और फिर ये रीच हो गया था तकरीबन 12 13 के आसपास। मतलब छ सात साल लगे और पिछली बार भी जब हम 55,000 में पहुंचे थे 2017 में तो फिर हमने उसको
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204-25 में जाके ब्रेक किया। कोल्ड प्राइसेस आर गोइंग अप एंड अदर न्यूज़ इन इंटरनेशनल मीडिया आर क्लेमिंग रिसेशन इज कमिंग एंड इट्स नॉट वेरी फार। प्लीज टेल व्हाट व्हाट आर योर थॉट्स एंड आल्सो टेल व्हाट विल बी इंपैक्ट ऑन द पाकिस्तान इकॉनमी एंड स्टॉक एक्सचेंज।
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>> अच्छा इंटरनेशनल रिसेशन का तो वैसे पाकिस्तान पे इंपैक्ट पॉजिटिव होता है। >> क्योंकि इंटरनेशनल रिसेशन का सबसे बड़ा मतलब होता है कि प्रोडक्शन दुनिया में कम हो रही है चीजों की और ऑयल कम इस्तेमाल होगा। और जब ऑयल कम इस्तेमाल होता है तो
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ऑयल सस्ता हो जाता है। यह पाकिस्तान का नंबर वन इंपोर्ट है। >> तो पाकिस्तान को मतलब समझे बैठे-बैठे बहुत फायदा हो जाता है करंट अकाउंट डेफिसिट पॉइंट ऑफ व्यू से डॉलर की सिचुएशन संभालने में तो इंडिया को भी ऐसे होता था। पहले तो बहुत ज्यादा होता था। जब तक इनके आईटी इंडस्ट्री डेवलप नहीं हुई थी ना >> जब भी रिसेशन आता था ये भी ऑयल इंपोर्टर
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हैं। तो इनको भी बहुत फायदा होता था। तो रिसेशन तो ग्लोबल पाकिस्तान के फेवर में जाता है ज्यादातर। >> बेयर रन कब आ रहा है? >> देखिए बेयर रन दो चीजों से आ सकता है। एक आएगा या तो चीजें बहुत महंगी हो जाए। नहीं वो तो मैंने बताया वो 4 लाख के इंडेक्स तक हो नहीं सकती।
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>> ठीक है? जो पीई रेशियो होते हैं ना बुल मार्केट के एंड पे उसके हिसाब से 4 लाख तक इंडेक्स तक कोई बियर रन जो है ओवरवैल्यूएशन की वजह से नहीं आ सकता कि अब चीजें इतनी महंगी हो गई हैं कि अगर हालात बेहतर भी है ना तो भी वो उस प्राइस में रिफ्लेक्ट हो रहे हैं। फिर उसके अलावा बेयर रन आता है जब बुल मार्केट फ्रेमवर्क
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ऑफ हो जाता है। और वह चार चीज़ें हैं। करंट अकाउंट डेफिसिट, इंटरेस्ट रेट, अह फ़िसल डेफ़िसिट गवर्नमेंट कितना स्पेंड कर रही है? और पॉलिटिकल अनसर्टेनिटी ये चारों चीज़ें अगर सही डायरेक्शन में होंगी, इंटरेस्ट रेट स्टेबल या नीचे आ रहे होंगे, करंट अकाउंट डेफिसिट जो है कोई 10 बिलियन
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की रेंज में नहीं जाएगा तो फिर मोस्ट प्रोबब्ली नहीं आएगा। अभी व्हाट इज़ द फ्यूचर आउटलुक ऑफ़ हपको गिवेन द हाइब्रिड टेक और पे मॉडल कंसीडरिंग दैट ओनली टू प्लांट्स आर करेंटली जनरेटिंग क्लीन फ्यूल एनर्जी एंड बहुत ही डिटेल में आपने पूछ लिया एंड देयर मेरिट ऑर्डर ऑन एनटीएफसी इज़
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फॉर द मोस्ट पार्ट एट द बॉटम एंड विल डिविडेंड स्टे एट 10% यील्ड और ड्रॉप तो बहुत ही डिटेल एनालिसिस >> जबरदस्त सवाल है और हमने जैसे किया था ना पहले आपको हमें बीवाईडी एक पोर्शन है तो ये बाकी जो इनका पूरा पावर बिज़नेस था ना वो इन्होंने पूछा है एनटीडीसी का असल में
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एक सिस्टम होता है नेशनल ट्रांसमिशन डिस्पैच कंपनी है ये कि हम सबको कैपेसिटी पेमेंट दे रहे हैं। तो अब हम बिजली उससे बनवाते हैं ना जो सबसे सस्ती बनाएगा वेरिएबल बेसिस पे। तो वो मेरिट ऑर्डर होता है कि कौन सा प्लांट सबसे सस्ती बिजली बना रहा है उसको ऑन होना चाहिए। तो इनके दो
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प्लांट्स थे। दोनों फर्नस ऑइल के थे उनके साथ जो है गवर्नमेंट ने कैपेसिटी पेमेंट खत्म कर दी। उनको कहा अब अगर आप हम आपसे बिजली लेंगे तो हम आपको जो है पेमेंट करेंगे। तो यह दोनों तो नहीं चलने अब क्योंकि फर्नोस ऑइल से बिजली बनती है महंगी। बहुत अनलाइकली है कि नारोवाल वाला
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प्लांट है वो थोड़ा बहुत फिर भी चल सकता है। सो आप समझिए इन दोनों पावर प्लांट से तो इतनी खास कोई अर्निंग नहीं आएगी फ्यूचर में। लेकिन इसके साथ-साथ इनके सीपक के प्रोजेक्ट्स भी हैं पावर में। उधर से जो है अब क्योंकि सर्कुलर डेप्ट कम हो रही है ना तो वहां से जो प्रॉफिट है वो कैश में
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मिल रहा है एक्चुअल में। >> मतलब वो ऐसा नहीं हो रहा कि बुक्स पे प्रॉफिट है और पेमेंट नहीं हो रही। तो इस वजह से इन्होंने डिविडेंड इंक्रीस किया है। तो कंटिन्यू कर सकते हैं 15 टू ₹20 पर ईयर। डू यू सी पोटेंशियल इन एफएबीएल एंड Z एल जरिया अ न्यूली लिस्टेड आईपीओ
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>> जरिया न्यूली लिस्टेड आईपीओ है ये लोग ना ऐसे सीमेंट और दूसरी कमोडिटीज जो है ई-कॉमर्स के थ्रू बेचते हैं तो ये भी बहुत नई कंपनी है। इसका बिज़नेस मॉडल स्टडी करें किस तरह से ग्रोथ होती है। काफी छोटी कंपनी है। और फैसल बैंक जो है अ वो मतलब
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इस्लामिक बैंक्स में आई थिंक मिज़ान के बाद नंबर टू है। बट फिर भी मिज़ान की इकोनॉमिक्स ज्यादा अच्छी हैं। मिज़ान के करंट अकाउंट्स और मिज़ान के प्रॉफ़िट्स और उनकी ग्रोथ लोग उन पे जितना वह ट्रस्ट करते हैं डिपॉज़िट ग्रोथ वह आई थिंक बेहतर है। >> गिव सम स्कॉलरशिप्स इन योर मास्टर क्लास
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टू द वन हु आर मोटिवेटेड बट कांट अफोर्ड यू। >> अच्छा इसमें मैं थोड़ा सा शेयर करूं अपने थॉट्स सारी चीजों के बारे में। अब जैसे हमारा विज़न 20-30 भी है। >> हम >> तो उसमें हमने टारगेट रखा हुआ है कि 1 मिलियन लोगों को फाइनेंसियल फ्रीडम के पाथ
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पे रेडी कर देना है। >> इसके साथ-साथ एक और हम लोगों का विज़न भी है कि सबको एक्सप्लेन करने के लिए और स्टॉक मार्केट की नॉलेज बढ़ाने के लिए हमने खुद भी अंडर आवर गाइडेंस 10,000 रिटेल इन्वेस्टर्स की ना आर्मी बनानी है। अब ये
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हम लोग जैसे वो ट्रेन भी करते हैं मास्टर क्लास में और दूसरी चीजों में। तो अब देखिए जो 10,000 है वो 1 मिलियन का 1% है। सो अब लोग इसको इस तरीके से भी सोच सकते हैं कि हम प्राइस कम कर दें और शायद 10,000 के बजाय 3,000 लोगों का फायदा हो जाए। लेकिन अल्टीमेट ऑब्जेक्टिव यह होता
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है कि अगर आपने सबसे ज्यादा इंपैक्ट क्रिएट करना है ना तो जो फ्री वाली चीज है ना वो ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास पहुंचे। क्योंकि अगर हमने लेट्स से थोड़ी कम कर भी दी 10,000 के बजाय 40,000 लोगों का फायदा हो गया। बट असल तो बात है कि जो फ्री वाली चीज है वो 1 मिलियन लोगों का फायदा होना चाहिए। तो मास्टर क्लास में
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असल में इतनी ज्यादा इसमें डिटेल्ड और सारी चीजें होती हैं। जैसे हम लोग शुरू करते हैं सबको पहले फाइनेंसियल फ्रीडम का प्लान समझाते हैं। फिर उनको बताते भी हैं आप कितना सेव करेंगे सब कुछ हो जाएगा। फिर 10 सेक्टर्स की सारा डिटेल बताते हैं। तीन-ती घंटे का एक लेक्चर होता है।
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>> फिर उसके बाद मॉडल पोर्टफोलियो भी बताते हैं। लॉन्ग टर्म बेसिस पे बूमबस्ट स भी सारा एक्सप्लेन करते हैं। तो एक बड़ी अच्छी वन टाइम इन्वेस्टमेंट होती है। यूनिवर्सिटीज में भी इतना जो है ये सब सिखाते नहीं है। और आप जो है एक कह सकते हैं एक तरह से पाकिस्तान की इकॉनमी भी
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आपको समझ आ जाती है कि कौन सा सेक्टर किस तरीके से बिहेव करता है। बहुत सारे लोग तो इस वजह से लेते हैं कि आगे उन्होंने फिर जॉब जो है ना इस सेक्टर में करनी होती है। तो उनको हेल्प करता है ये सारा एक फास्ट ट्रैक कोर्स। दूसरा फिर जो एडवाइज़री सर्विज होती हैं उसमें हमारा पूरा मोटिव
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होता है कि एक्स्ट्रा रिटर्न आए। लोगों को गाइडेंस अच्छी मिले। कम्युनिकेशन अच्छी हो। मंथली कॉल्स में लोग क्वेश्चंस करते हैं तो पूरा मकसद होता है कि अगर लेट्स से 40% एक साल में रिटर्न आ रहा है। तो हम लोगों का 50 आए। और 2025 में बड़े अच्छे हम लोगों के चल भी रहे हैं रिजल्ट्स।
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ऑलमोस्ट 10% अबव जो नॉर्मल मार्केट में आ रहा है। दोनों में एक हमारा शरिया कंप्लाइट मॉडल पोर्टफोलियो भी होता है। एक नॉर्मल होता है। >> सो दोनों जो चीजें हैं ना मास्टर क्लास में भी और एडवाइज़री में भी अगर नॉर्मल स्टॉक
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मार्केट है ना उसमें आप क्या करते हैं? आपने नॉर्मल स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट किया तो यू बिकम इक्वल पार्टनर्स विद टॉप बिनेसेस। >> सही है?
वो जितना ग्रो करेंगे आपको उतना रिटर्न आएगा। लेकिन इन दोनों चीजों में हम लोग आपको सिखाते हैं कि आप अच्छे बिजनेसेस पिक करके एवरेज बिज़नेस से ज्यादा भी
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रिटर्न कैसे कमा सकते हैं। तो मास्टर क्लास में हम लोग सिखाते हैं और आपको पूरा इक्विप कर देते हैं। आप फ्यूचर में कम्युनिटी का भी पार्ट होते हैं। सारी डिस्कशंस भी चलती रहती हैं और कोई अपडेट भी हो जैसे फार्मा सेक्टर से रिलेटेड तो हम लोग सेशंस भी कराते रहते हैं। लेकिन एडवाइज़री सर्विज में हम आपको करके देते
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हैं। हम आपको पूरा गाइड करके अच्छी नॉलेज देके कंपनीज़ के बारे में पोर्टफोलियो में क्या होना चाहिए? मंथली कॉल्स में सारी चीजें अप टू डेट प्रोवाइड करने के लिए क्योंकि कन्विक्शन भी बड़ीेंट होती है। अगर आपने ऐसे ही सुन लिया किसी दोस्त से एक शेयर 20 का है इसको ले लो यह 50 पे जाएगा। मोस्ट प्रोब्ली आप 30 पे बेच देंगे
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उसको क्योंकि आपको पता ही नहीं है कि ये 50 पे क्यों जाएगा? उसमें क्या डेवलपमेंट्स हो रही हैं। उसके पीछे क्या नंबर्स हैं?
तो वो जब कन्विक्शन आती है ना फिर उससे अच्छे रिजल्ट्स आते हैं। और एक ये भी बड़ा वो हमने देखा है फीचर पहले नहीं सोचा था ऐसा भी होगा लेकिन ज्यादातर
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लोग जब आते हैं ना एडवाइज़री में या मास्टर क्लास में जब उनको सारी चीजें समझ आने लग जाती है तीन-चार महीने में तो फिर ना वो अपनी परसेंटेज ऑफ सेविंग्स स्टॉक मार्केट में बढ़ा देते हैं। अभी जितने लोग करते भी हैं ना स्टॉक मार्केट में वो मुश्किल से 10% 15% 85% अभी भी वो कमेटियों में डाल रहे होते हैं और दूसरी
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चीजों में कर रहे होते हैं जिसमें फिर इतना ज्यादा कंपाउंडिंग नहीं होती। तो जब उनको नॉलेज मिलती है तो वो 15% को 40% 50% पे ले जाते हैं और सारी चीजें उनको जब समझ आती है तो फिर एक्चुअल में एक वो लाइफ चेंजिंग एक्सपीरियंस बनता है। तो हम लोगों का तो पूरा मिशन ये है कि
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लेस्ट प्राइस प्रोडक्ट के बजाय जो फ्री प्रोडक्ट है >> उसको >> उसको स्ट्रांग से स्ट्रांग कर दें। >> तो उसमें हम लोग जैसे अब वीडियोस भी बनाई हुई हैं कंपनीज़ की >> और मतलब आप समझे कोई डिटेल वीडियो होती है ना तो उसमें कोई भी चीज ऐसी नहीं होती जो मैं मतलब एक्स्ट्रा जो छुपा ली किसी राइट
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टाइम पे बताएंगे तो डिटेल्ड वीडियोस भी होती हैं। लाइव सेशंस भी हम लोग YouTube पे कभी-कभी क्यू एंड डेज करते हैं। अब ये सारे पॉडकास्ट मतलब आप इन सबको ही सारा देख लें तो मतलब आप फाइनेंसियल फ्रीडम इसी से अचीव कर सकते हैं। ये भी फ्री वाली साइट पे आ जाता है। फिर अब हम लोग नेक्स्ट
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ईयर से मीट अप्स भी शुरू करेंगे। उधर और किसी ने अगर कोई और इंडिविजुअल क्वेश्चन पूछना है वो भी पूछ सकता है। तो पूरा फोकस है कि जो फ्री वाली साइड है ना उसकी क्वालिटी को बहुत ऊपर ले जाए। >> डू वी नेवर बुक प्रॉफिट इफ वी इन्वेस्ट इन कंपनी इवन इफ कंपनी इज़ गिविंग कैपिटल गेन
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बिकॉज़ देयर विल बी अ टाइम एंड द कंपनी विल कम डाउन फॉर अ फ्यू इयर्स इन अ डेकेड। बुक प्रॉफिट्स में ना आपने अल्टीमेटली सोचना होता है कि आज जो प्राइस चल रही है ना हम >> तो जो कंपनी की असल वैल्यू उसमें गैप कितना है? ठीक है?
अगर एक कंपनी लेट से
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मैंने 100 की खरीदी और मैंने सोचा इसकी असल वैल्यू 400 है। और ये मेरे ख्याल से फौजी फर्टिलाइजर के केस पे था। अभी ये 100 या 150 चल रहा था। लेकिन जो डेवलपमेंट्स हुई थी उसके हिसाब से उसकी रियल वैल्यू 400 के आसपास चली गई थी। >> अब आप बताएं हमने लेट से 150 पे खरीद
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लिया। ठीक है? ये 250 पे चला गया। लेकिन आप कहते इसकी तो फेयर वैल्यू 400 है। तो 250 पे मुझे नहीं बेचना चाहिए। ये तो अभी भी ऑलमोस्ट डबल होगा यहां से। एक दूसरी कंपनी है वो आपने लेट्स से 100 पे खरीद ली और उसकी फेयर वैल्यू 150 है
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>> हम >> और वो जो है 140 पे पहुंच जाता है। आपको इधर ज्यादा प्रॉफिट हुआ हुआ है। लेकिन फ्यूचर रिटर्न्स जितने कम होंगे उतने ज्यादा चांसेस ऑफ सेलिंग होने चाहिए। तो आप कभी भी इस चीज से कंपेयर नहीं करें मैंने कितने का लिया था। हम हमेशा यह सोचें कि अभी जो उसकी प्राइस चल रही है और
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जो इसकी असल प्राइस होनी चाहिए उसके हिसाब सेलिंग और टेकिंग प्रॉफिट का डिसीजन लिया करें। बीइंग अ स्टूडेंट फ्रीलांसर कैन आई एंटर स्टॉक मार्केट इन्व विजनिंग दैट आई कैन मंथली रिटर्न ऑन माय इन्वेस्टमेंट इफ सो हाउ मच लीस्ट अमाउंट शुड वी नीड टू
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इन्वेस्ट? अगेन ये वाला क्वेश्चन जैसे हमने पहले भी कहा था ना >> कोई अगर यंग स्टार्ट कर रहा है ना तो एक तो उसको अब इसमें जैसे राज शिवानी का तो मैंने बताया कि आप देखें कि किधर आपको जो है अच्छी सैलरी मिल रही है क्योंकि दूसरी
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साइड पे वारेन बफे और दूसरे लोग वो ये भी कहते हैं कि फॉलो योर पैशन वो भी सही है। अब रे डेल्यू का फेमस कोट है के अह ट्राई टू मेक योर पैशन योर प्रोफेशन बट डू नॉट फॉरगेट द मनी पार्ट >> कि इस ऐसी भी जगह पे ना चले जाए कि वो कहे
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कि 5 साल तक वंटियर करना है तो वो फिर अल्टीमेटली आपको अपने पैशन से भी जो है ना वो नफरत होने लग जाएगी >> तो इन सारी चीजों को कंबाइन करें फाइनेंस खुद भी बड़ा अच्छा प्रोफेशन है अगर आप उसको ज्वॉइ करना चाह रहे हैं इसके थ्रू आपको बड़ा अच्छा समझ आ जाता है बिनेसेस
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कैसे काम करते हैं आप लोकल कंपनीज़ जो हैं उनके फाइनेंस डिपार्टमेंट में भी फ्यूचर में जा सकते हैं। बाहर भी बहुत सारे लोग जाते हैं। मतलब इसमें जो आप स्किल्स सीखते हैं सारी एनालिसिस करने की वो बाहर भी बहुत अच्छी ट्रांसफरेबल होती हैं। लेकिन साथ-साथ वो भी शुरू करें के कुछ परसेंटेज
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ऑफ जो सैलरी है उसको सेव करके कंपाउंडिंग जो है स्टार्ट कर दें। तो इस तरीके से कर व्हाट शुड बी द स्ट्रेटजी ड्यूरिंग द इयर्स ऑफ़ नेक्स्ट डाउन टर्न शुड वन शिफ्ट टू म्यूचल फंड्स ऑन साइन ऑफ़ एन इंपेंडिंग डिप और स्वप बिट डिविडेंड स्टॉक्स? इज दिस
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बुल रन लाइकली टू लास्ट अभी तो हमने डिस्कस कर लिया। डाउन टर्न में क्या करें? >> अगर आप बहुत ज्यादा ऐसे देखें पहले तो डाउन टर्न प्रेडिक्ट करना अ बाइनरी नहीं होता। वन जीरो नहीं होता। मतलब वो भी कभी-कभी आपको लगेगा कि चीजें चेंज हो रही हैं। बट फ्यूचर में ऐसी डेवलपमेंट्स भी हो
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सकती हैं कि आपको लगता है कि नहीं जो भी प्रॉब्लम थी वो सॉल्व हो गई है और अब कंटिन्यू रहेगा ऐसे। सो लेकिन फिर भी जब भी आपको लगे कि ये एक ऐसा टाइम आ गया है कि अब वैल्यू्यूएशन भी बहुत ज्यादा है। आउटलुक इतनी अच्छी नहीं है तो फिर आप ऐसे प्रोडक्ट्स के पास जा सकते हैं जिसमें
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रिडक्शन इन प्राइस के चांसेस कम हो। डिविडेंड स्टॉक्स में ऐसा नहीं होता। >> डिविडेंड स्टॉक्स जो हैं उनका बिज़नेस भले ग्रो हो रहा हो लेकिन क्योंकि पूरी मार्केट ही 10 पीई रेशियो से लेट्स से फाइव पे आना है तो उनकी भी प्राइस नीचे आ जाती है। तो वो इतना रेकमेंडेबल नहीं होता। इससे बेहतर है कि आप उस टाइम पर
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देखें कि आपके पास क्या-क्या ऑप्शन है। अगर आपको उस टाइम पर देखें गोल्ड की आउटलुक अच्छी लग रही है। आप उसमें शिफ्ट कर सकते हैं। अगर आपको लग रहा है कि कोई भी ऑप्शन जो है ना इतना खास नहीं है तो बेहतर है सबसे कि जो सबसे सेफ ऑप्शन है जिसमें नुकसान नहीं होता। थोड़ा बहुत प्रॉफिट आता रहता है। शरिया कंप्लाइट फिक्स्ड इनकम या नॉर्मल फिक्स्ड इनकम
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उसमें भी आप शिफ्ट कर सकते हैं। या आप अपना लेट्स से कोई बिज़नेस स्टार्ट करना चाह रहे हैं उसमें भी इन्वेस्ट कर सकते हैं। तो उस टाइम पे देखें जो भी ऑप्शन आपको सबसे अच्छे लग रहे हैं उसमें फिर शिफ्ट कर जाए फॉर द टाइम बीइंग। डॉलर रिटर्न्स पीएसएक्स के कैसे हैं? पीकेआर डिवैल्यूएशन भी होती है यहां पर। नहीं
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नहीं डॉलर टर्म्स में रिटर्न्स मैं आपको बताऊं ना एक हमने इस पे वीडियो भी बनाई छोटी सी 1 मिनट की। $1000 आपने इंडिया में लगाए होते हैं। अमेरिका के दो इंडेक्स हैं। SNP500 और NASDC और एक PSX के 100 इंडेक्स में लगाए होते हैं। 1 जनवरी 1999 पे। तो अब यह जो पुल रन आई है
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$15,000 तक तो $1000 $30,000 हो गए हैं पाकिस्तान में। जो nसdc है उसने एसएपी से ज्यादा प्रॉफिट दिया वह तकरीबन $1000 $2000 हुआ है और इंडिया जो है वह भी तकरीबन $1000 से 13000 हुआ ये मैंने असल
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में देखना शुरू किया पहले मैं पहले मैं जब शुरू किया था ना रिसर्च करना तो सिर्फ जो लोकल ऑप्शंस थे ना उनकी रिसर्च की कौन सबसे ज्यादा रिटर्न दे रहा है लेकिन जब ये 23 का क्राइसिस आया था डीवैल्यूएशन बहुत ज्यादा हो रही थी फिर मैंने डॉलर के रिटर्न्स भी देखने शुरू किए तो इवन 2023
16:31
पे भी जब स्टॉक मार्केट ऑलमोस्ट 1/3 थी यहां से। उस टाइम पे भी आप इन दोनों से कंपेयर करते हैं ना तो पीएसएक्स करीब करीब ही था। उस टाइम पे भी उसने जो है $1000 को तकरीबन $00 में कन्वर्ट किया था। >> शेयर एन इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी दैट एन
16:48
ओवरसीज पाकिस्तानी कैन फॉलो। सर आप अलग थोड़ी है वहीं आपके लिए >> बेस्ट इन्वेस्टमेंट्स आर बेस्ट फॉर एवरीवन। >> जो जॉब करते हैं सैलरी 60000 पर मंथ उनके लिए कोई स्पेशल रेकमेंडेशंस? 5000 या 10,000 जितना भी पॉसिबल हो वो सेव
17:04
करना और उससे इंडेक्स इन्वेस्टिंग शुरू करें। >> हाउ टू इन्वेस्ट और ट्रेड इन पीएसx ईजीली लाइक क्रिप्टो ट्रेडिंग? >> आई थिंक अब इजी है। अकाउंट ओपनिंग भी अब ईजी हो गई है। थोड़ा सा आप देखें अगर एक चीज आप स्टार्ट कर रहे हैं उसमें इतना अच्छा पोटेंशियल है। तो अगर थोड़ा सा
17:19
एफर्ट शुरू में लगता है तो उसको लगाकर आसान अकाउंट ओपन करवा लें। और उसके बाद तो फिर सब कुछ फोन पे हो जाता है ईजीली। किसी ने फ्लड्स का इंपैक्ट पूछा है लेकिन वो तो हमने डिस्कस कर लिया है। जे जीए एल एंड जी एच एनआई एक्सपेक्टेड टारगेट्स और फेयर
17:35
वैल्यू। अच्छा जीएल तो वही गाड़ियां है ना जिनकी चेक टीाइन है। >> अच्छा अच्छा बेसिकली आपका ही कोई फॉलोअ है। दोनों आप ही की रेकमेंडेशन के बारे में >> जी एनआई जो है ये लोग ट्रक्स बनाते हैं। ये भी अच्छी कंपनी है। ये भी जो है ये समझे ये ट्रक्स के वो हैं Alas Honda
17:52
बाइक्स के वजह से पाकिस्तान में जितने ट्रक सेल होते हैं तकरीबन 60% इस कंपनी के होते हैं। icuzuk के तो ये भी अच्छी कंपनी है। इनके भी अच्छे प्रॉफिट्स हैं। >> ही वास माय सीनियर एंड Spads स्ट्रेट ए स्टूडेंट हु लेटर वेंट टू विक। फरहान >> ए लेवल्स में मैंने एक्स्ट्रा सब्जेक्ट्स
18:08
भी काफी दिए थे। >> फरहान अतीक जानते हैं आप अपने जूनियर को ये >> फरहान मेरी माइंड में आई थिंक ज्यादा जूनियर हैं। एक दो साल का फर्क नहीं होगा। >> आपने एक्स्ट्रा कितने दिए लेवल्स आपने? >> अच्छा मैं उस वक्त सोचता होता था कि
18:24
एक सब्जेक्ट में 99 लेके डिस्टिंशन लेना जो है ना मुश्किल है कंपेयर टू आगे आप ज्यादा सब्जेक्ट लेके एज ज्यादा ले। >> तो ओ लेवल्स में मैंने तकरीबन 14 >> 14 15 सब्जेक्ट्स दिए तो उतने ही एज आए थे। एक शायद नहीं आया था और ए लेवल्स में कोई 10 सब्जेक्ट्स दिए थे तो
18:40
>> 10 ए लेवल्स दिए। >> आठ नौ एज आ गए थे। >> 10 ए लेवल्स दिए >> ये >> यूनिवर्सिटी में एडमिशन ऑलमोस्ट पहले साल पे ही हो गया था। >> ये आज हमारी पॉडकास्ट पे अली मोइन नवाजी >> अली मोइन नवाजी उस टाइम पे मेरी बहुत इंस्पिरेशन होती थी। >> बस एज लेवल।
18:56
>> इतने ज्यादा नहीं मुझसे दिए गए वैसे। >> प्लीज लेट हिम कंप्लीट हिज पोर्टफोलियो दिस टाइम। थैंक यू। >> प्लीज टेल हिम। आई ट्राई टू कांटेक्ट ह टीम बट द पर्सन इन कांटेक्ट वि मी आस्क्ड फॉर मोर मनी देन द वन ही पोस्टेड ऑन लाइन नहीं ये तो आपकी टीम में किसी ने
19:12
>> नहीं नहीं ये हम चेक भी करेंगे और इसका इसको ना ये आपके एंड पे भी आप इसको मतलब काउंटर कर सकते हैं ना हमारी तो सारी प्राइसेस वेबसाइट पे लिखी हुई है >> तो अगर आप किसी को नहीं भी फोन करते और ऑनलाइन जो है सारा कुछ कर लेते हैं गाइड करके तो कोई एक्स्ट्रा फीस नहीं होगी बट
19:27
फिर भी हम इसको चेक कर लेंगे >> द पीई रेशियो एंड अंडरस्टैंडिंग बिनेसेस लाइक ओनर्स इज इनफ टू स्टार्ट स्टार्ट इन्वेस्टिंग इन केएससी व्हाट अबाउट बूम बस साइकिल? हाउ डू यू नो इट स्टार्टिंग स्पेशली बस साइकिल?
अब्दुल्ला सिद्दीकी अच्छा सवाल है आपका। अच्छा इसमें हमने डिस्कशन भी की है लेकिन अगेन बूम बस
19:44
साइकिल का जो हमारा मास्टर क्लास वन था ना उसका जो लेक्चर था डिटेल्ड 1 घंटे का जिसमें सारे ये जो चार चीजें डिटेल में एक्सप्लेन हुई हैं एग्जांपल्स के साथ वैल्यू्यूएशन के साथ वो भी YouTube चैनल पे अवेलेबल है। आप वो भी और डिटेल में देख सकते हैं। उस उसके बाद तो मतलब बूमb
20:00
साइकिल से रिलेटेड जितनी भी नॉलेज है ना हमारी वो सब हमने आपके साथ ट्रांसलेशन >> आपको क्या परेशान करता है कि यार ये ना हो जाए रात की नींद जैसे उड़ जाती है। कभी-कभी एक सबसे पहले तो कंपनीज़ से रिलेटेड डेवलपमेंट्स होती है ना। लेट से कोई कंपनी
20:15
आपने रखी हुई है। उसमें कोई नेगेटिव डेवलपमेंट हो गई। बट उसमें ना हम लोग को पता चल जाता है। मतलब बाकियों से थोड़ा पहले पता चल जाता है क्योंकि हम बड़े डिटेल में फॉलो कर रहे होते हैं। वूम बस साइकिल वाली साइट पे भी अभी अब चार पांच इंस्टेंसेस हो चुके हैं। पिछले डेढ़ दो साल में पॉलिटिकल अनसर्टेनिटी आती है।
20:32
>> वॉर्स दो वॉर बल्कि तीन पहले सों उसमें भी जो इंपैक्ट होता है। वो भी हम लोग देख लेते हैं। मतलब फ्रेमवर्क के हिसाब से समझ आ जाता है। एक चीज सिर्फ कभी-कभी ना माइंड में आती है वो है कि जैसे अब हमने ना हर सेक्टर के वैल्यू रियलाइजेशन टेक्निक्स
20:49
बनाई हुई हैं कि इस वाली पर्टिकुलर कंपनी में ये वाली चीज इंपॉर्टेंट होती है। उससे लोग दूसरे भी देखते हैं और फिर इसके स्टॉक बढ़ने के चांसेस बढ़ जाते हैं। गाड़ियों के सेल के नंबर हो गए, सीमेंट की सेल के नंबर हो गए या रिजल्ट आता है किसी कंपनी का। वो मुझे लगता है क्योंकि हम लोग सारा कुछ सिखाते भी है ना मास्टर क्लास में।
21:05
मुझे लगता है तीन-चार साल बाद जब लेट्स से 5000 10,000 लोगों को भी यह सारी चीजें समझ आ जाएंगी। तो उस टाइम पर हम लोग अपने आप को अपडेट कर पाएंगे कि नहीं? ये कभी-कभी मेरे माइंड में आता है। अ बट आई
21:21
थिंक एक कंटीन्यूअस चीज होती है। आप उसको विद टाइम जो है डेवलप करते रहते हैं। प्लीज आस्क हिम बेस्ट थ्री टू फोर शेयर्स नियर फ्यूचर फोर टू सिक्स मंथ। आई थिंक मॉडल पोर्टफोलियो नहीं मॉडल पोर्टफोलियो में कभी चेंज भी आ सकता है ना? देखिए फोर टू सिक्स मंथ्स में फिर ना आपको खुद थोड़ा
21:37
सा एफर्ट लगा के जो हमने कंपनीज़ डिस्कस की है उसको एज एन आईडिया लेके जो है फर्दर डिसीजन आई थिंक ले सकते हैं। आर इंडेक्स फंड्स द बेस्ट एंड सेफेस्ट वे टू इन्वेस्ट फॉर अ न्यू कमर? >> यस बिल्कुल। ओके। >> व्हाट इज मोर एक्सपेक्टेड टू हैव ग्रेटर
21:53
रिटर्न? स्टॉक्स और म्यूच्यूल फंड्स। >> अच्छा म्यूच्यूल फंड्स भी बेसिकली हमने लास्ट टाइम भी डिस्कस किया था। म्यूचल फंड्स होता है कि लोगों ने म्यूचुअली डिसाइड किया है कि हम लोग इसमें पैसे डालेंगे और आगे वो कहां पे डिसाइड कहां पे इन्वेस्ट होंगे वो भी हमने डिसाइड किया हुआ है। तो म्यूच्यूल फंड्स फिक्स्ड इनकम
22:09
वाले भी होते हैं जिसमें बैंक जैसा रिटर्न आता है और म्यूच्यूल फंड्स इक्विटी स्टॉक मार्केट वाले भी होते हैं। सो म्यूचल फंड पे फिर देखना भी है ना कि वो किस चीज का म्यूच्यूल फंड है। प्लीज गाइड हाउ टू बाय स्टॉक्स ऑनलाइन थ्रू ब्रोकरेज। >> हां, ब्रोकरेज अकाउंट सबसे पहले आपका बैंक
22:24
अकाउंट होना चाहिए। क्योंकि बैंक अकाउंट से ही आपने ट्रांसफर करना है। आप कैश से नहीं ले सकते। फिर आपका ब्रोकरेज अकाउंट होना चाहिए। आप किसी भी जगह पे खुलवा सकते हैं और उसके बाद फिर आप जो चीज़ बाय करना चाहे उसके हिसाब से कर सकते हैं। >> इज़ देयर अ प्लेटफार्म फॉर ओवरसीज पाकिस्तानीज़ टू बाय स्टॉक्स लाइक VB और Etoor? आई डोंट वांट गो थ्रू अ पाकिस्तानी
22:41
ब्रोकर। >> नहीं ब्रोकर में तो अकाउंट ओपन करवाना पड़ेगा क्योंकि सिर्फ गवर्नमेंट ने उनको ही अलाउ किया हुआ है कि जो भी बाइंग सेलिंग होगी ना आपको करनी होगी। तो अगर आपका एक्सपीरियंस अच्छा नहीं है तो आप चेंज करवा लें और आरडीए अकाउंट क्योंकि ओवरसीज है ना बड़ी आसानी से चेंज हो जाता है। आपको नए फॉर्म्स भी नहीं साइन करने होते।
22:58
ऑनलाइन ही जो है वो चेंज हो जाएगा। >> अ आप सिर्फ अपनी सक्सेसेस बताते हैं। कब सोेल वच ने हमें सवाल कभी लॉस भी तो हुआ होगा। नहीं नहीं काफी दफा बल्कि अगर इसकी की बात करें मॉडल पोर्टफोलियो की पिछले एक
23:16
से दो साल में दो तीन कंपनीज़ अभी मुझे याद आ रही हैं। मैं आपको उनके नाम भी बताता हूं। एक एटलस बैटरी थी एक जो है सैफ पावर एक और भी थी अलगाज़ ट्रैक्टर। मैं तीनों को एक्सप्लेन करता हूं बल्कि क्या रीज़न होता
23:31
है। अच्छा वारेन बफे कहते हैं देयर आर ओनली थ्री रीज़ंस टू सेल अ स्टॉक। फर्स्ट इज़ यू नीड कैश। अब आपने कहीं और इन्वेस्टमेंट करनी है या कैश चाहिए आपको बेचना पड़े। सेकंड इज यू हैव फाउंड अ बेटर इन्वेस्टमेंट। यानी कि एक जगह आपको 20% प्रॉफिट नजर आ रहा था या आपको 40 नजर आ
23:48
रहा था। आपने 20 वाला बेच दिया। हालांकि वो भी अच्छा था। थर्ड इज़ समथिंग चेंज्ड। यानी कि कोई पॉलिसी चेंज हो गई या फिर यू रियलाइज़्ड योर मिस्टेक और जब आपने उसको करेक्ट किया ना और फिर से कैलकुलेशन की तो उसमें इतने अच्छे प्रॉफिट नज़र नहीं आ रहा था। तो ज्यादातर हम लोगों की जो चेंजेस
24:04
होती है ना मॉडल पोर्टफोलियो वो सेकंड नंबर पे होती है। ये कोई बेहतर ओपोरर्चुनिटी मिल जाती है और कभी-कभी ये थर्ड वाली भी होती है। तो ये तीनों जो थी ना ये थर्ड की एग्जांपल थी। सैफ पावर में इस तरीके से हुआ कि वही आईपीबीस की नेगोशिएशन स्टार्ट हुई तो उनको जो हर साल
24:20
की कैपेसिटी पेमेंट मिलती थी वो ऑलमोस्ट जीरो हो गई। मतलब कि कंपनी के फ्यूचर प्रॉफिट जिसके हिसाब से आप उसकी वैल्यू निकालते हैं वही खत्म हो गए एक उससे स्टेप से। तो बल्कि उस वक्त हमें थोड़े से लॉस पे उसको बेचना पड़ा। तो सबको एक्सप्लेन किया कि इसके प्रॉफिट्स ही खत्म हो गए हैं। इससे हमें जल्द अस जल्द जो है वो
24:37
नहीं करना चाहिए कि अब ये भी होता है ना कि मैं जब तक ये मेरी वाली प्राइस पे नहीं आएगा ना मैंने बेचना ही नहीं है। लॉस बुक नहीं करना। लेकिन सबको एक्सप्लेन किया भाई चीजें ऐसी चेंज हुई है कि अब इट्स बेटर टू फाइंड समथिंग एल्स। >> और एटलस बैटरी के केस पे भी ऐसा हुआ। बाकी सारी कंपनीज़ जो हैं वो जैसे-जैसे थोड़ी सी
24:53
इकॉनमी स्टेबल हुई है उनके प्रॉफिट्स बढ़ रहे हैं। लेकिन इस इंडस्ट्री में ना आपस में इनकी प्राइस वॉर चल रही है पिछले एक साल से। यानी कि बैटरी पर बैटरी जो प्रॉफिट है ना वो नीचे आता जा रहा है। >> तो इस वजह से इसमें भी जैसे-जैसे रिजल्ट्स हैं हमने देखा ये तो मतलब के और प्राइसेस जो है बैटरी के नीचे जाती जा रही हैं। तो
25:09
इससे बेहतर है आप कोई और अपॉर्चुनिटी जो है वो देख लें। लेकिन फिर हमने यह भी देखा। अब यह है एप्लीकेशन ऑफ़ कॉन्सप्ट ऑफ़ बेस्ट इन्वेस्टमेंट। कि अगर कोई कंपनी आपको लेट्स से कम रिटर्न दे रही है भले वह लॉस में हो तो आपने उसको स्विच करके अच्छी ओपोरर्चुनिटी में जाना है। तो एकदम हमारा
25:24
जब ये अगस्त का महीना या जुलाई का महीना खत्म हुआ था ना सो फ्रॉम जनवरी ये जो पूरे छ सात महीने बनते हैं ना इसके हमने एनालिसिस की कि जितनी भी चेंजेस किए हैं ना उन्होंने ऑन द होल पॉजिटिव कंट्रीब्यूट किया और अगर हम लोग वो नहीं करते तो फिर
25:40
क्या होता तो ये कांसेप्ट ऑफ बेस्ट इन्वेस्टमेंट से भी तकरीबन 4 5% का एक्स्ट्रा प्रॉफिट बन रहा था। आपने इसमें कोई रिजिड होने की जरूरत नहीं होती। बहुत दफा तो चीजें एक्सटर्नल एनवायरमेंट चेंज हो जाता है। >> अब बुल बुल मार्केट फिर फ्रेमवर्क जो है
25:56
वो पूरा यही है ना कि जिस तरह से अगर चीजें कोई बहुत ज्यादा मैसिव चेंज होगी तो आपने उधर अटके नहीं रहना। फिर आपने भी उसके हिसाब से सारी चीजों को एनालाइज करके एक्शन लेना है। इसमें बहुत सारे लोग हमें सुन रहे होंगे। अभी तक तो हमने जितनी बातें की जनरली जिनको थोड़ी बहुत
26:12
इंफॉर्मेशन हो। अगर हमें ऐसे लोग सुन रहे हैं जिनको शायद बिल्कुल कुछ भी नहीं पता जिनको यह फर्क भी नहीं पता। अच्छा स्टॉक मार्केट क्या होती है? ये एप्स क्या होती हैं?
तो अभी जो डकी भाई भी अरेस्ट हुए हैं, >> ये जो फाइनेंशियल फ्रॉड्स और बाइनरी एप्स
26:27
होता है, क्या-क्या हैं जिनसे बच के रहना है? >> अच्छा स्कैम्स बिल्कुल जो है काफी मतलब इंपॉर्टेंट चीज होती है। ऐसे ही एक जैसे अभी हम फ्लड्स की बात कर रहे उसमें भी आपको पूरी जो रिसोर्सेज होती हैं आपने जमा की होती हैं। स्कैम में भी ऐसे ही होता है। लोग वो लालच में आके उसमें लगा देते
26:43
हैं। और इस बार यह जो गवर्नमेंट भी थोड़ा ज्यादा स्ट्रिक्ट हुई है ना इसके पीछे एफएटीएफ का भी रोल है। अब पिछले छ महीने से जैसे ये इंडिया भी थोड़ा बार-बार देखा होगा आपने ट्वीट्स करते हैं लोग के इसको फिर से रिव्यू करें। तो ये इधर इसके थ्रू भी जो लोग इन्वेस्टमेंट करते हैं ना वो
27:00
इतनी ज्यादा सही चैनल से नहीं जा रही होती। ये सारी कंपनीज़ बाहर की होती हैं। >> सो इस वजह से भी गवर्नमेंट ज्यादा इस दफा क्रैकडाउन कर रही है और सारे प्लेटफॉर्म्स को भी मेरे ख्याल से बैन करने का प्लान है। क्योंकि इसमें अब जाहिर है एफ एटीएफ वाली ग्रेड लिस्ट में तो नहीं जाना ना फिर से जो हम अपने एंड पे देख सकते हैं ना अ
27:18
एक चीज आप समझ लें। इसमें हमने YouTube वीडियो भी बनाई थी। एक होता है एंटरप्रेन्योर। एक होता है स्कैमर। सही है? जो एंटरप्रेन्योर होता है ना वो कहता है कि मैं कोई ऐसी चीज क्रिएट करूंगा जिसकी वैल्यू होगी दूसरे लोगों के लिए। लेट्स से ईलॉन मस्क ने गाड़ी बना ली
27:33
इलेक्ट्रिक। उसने फ्यूल सेविंग की दुनिया में वो ट्रिलियन डॉलर का फ्यूल सेव होगा फ्यूचर में उस इन्वेंशन की वजह से तो उससे उस कंपनी की भी वैल्यू बन गई 50 100 बिलियन डॉलर की। इसी तरह से Microsoft दूसरी कंपनीज़ उन्होंने कुछ क्रिएट किया और उससे वैल्यू बनी। उसका कुछ पोर्शन उनको भी
27:50
मिल गया। अब ये जो स्कैमर्स होते हैं ना ये बनाते नहीं है कोई चीज। इन्होंने कोई प्रोडक्ट नहीं बनाने। कोई सर्विस नहीं देनी। इनका मकसद होता है कि लालच दिखा के वह सारे पैसे ही उनसे ले लें लोगों से। वैसे आम बिज़नेस अगर किसी से ₹100 लेता है ना तो उसका ₹10 प्रॉफ़िट बनता होगा उसमें से। बाकी सारे खर्चे होते हैं। इनका होता
28:07
है कि 100 के 100 ही ले जाने हैं। >> हम >> तो इसमें फिर जो प्लेटफॉर्म्स होते हैं जिनका मकसद ही ये है कि जो लोग जितनी इन्वेस्टमेंट करें ना उसमें प्रॉफिट नहीं कमाना। वो पूरे पैसे ही लेके भाग जाने हैं। तो वो फिर इनफ्लुएंसर्स को दूसरों को पैसे भी बहुत ज्यादा ऑफर करते हैं। 30-30% तक कमीशन 40% देते हैं।
28:23
>> अप्रेंडली कोई 2025,000 $000 मतलब 2025000 >> दिए गए हैं फॉर प्रमोशन ऑफ दी एप्स >> मतलब सोचे अगर उनको दे रहे हैं तो वो $1 लाख उनको लग रहा होगा कि लोग आके हमारे प्लेटफार्म पे डालेंगे हम 1 लाख लेके
28:38
जाएंगे से 20000 को दे देते हैं तो आप ना जो भी कोई चीज प्रमोट कर रहा है ना वो फिर साथ चीजें भी दिखाते हैं कि ये देखो हमारी इतनी वेल्थ बन गई >> तो एक आप अपना रूल बना लें कि अगर वो बंदा एंटरप्रेन्योरियल वाली साइट पे होगा ना >> हम >> और वो लेट्स से दिखा रहा है मैंने $
28:54
मिलियन जो है ना इसकी गाड़ियां ले ली घर ले लिया सब कुछ ले लिया तो उस 10 के बजाय उसने 100 दूसरों के लिए भी तो बनाया होगा ना अगर वो एंटरप्रेन्योर होगा वो चीज उसने बनाई होगी या लोगों को प्रॉफिट कमा के दिया होगा तो वो 100 मिलियन डॉलर ढूंढे और पाकिस्तान में इतना आसान नहीं होता इसको छुपाना अगर
29:10
कोई भी कम्युनिटी में लोगों ने अच्छा काम करके कोई प्रॉफिट बनाया है तो वो नजर आएगा आपको अगर वो नहीं नजर आ रहा आपको और सिर्फ वो बंदा कह रहा है कि मैंने बना लिया इसका मतलब है कि वो स्कैमर वाले मॉडल पे चल रहा है तो एक इस चीज का ख्याल रखें कोई कोई भी अगर दिखाता है आपको के मैंने वेल्थ बना ली
29:27
है तो चेक करें उससे 10 टाइम्स 20 टाइम्स उसकी कम्युनिटी में भी वेल्थ क्रिएट हुई है कि नहीं कि वो एंटरप्रेन्योर है कि नहीं >> फिर जो है एससीपी रजिस्ट्रेशन बड़ी इंपॉर्टेंट होती है कोई भी कंपनी जितनी भी बड़ी हो अगर वो एसईसीपी में पाकिस्तान में उसकी कोई ब्रांच नहीं होगी तो फिर उसमें
29:43
चांसेस होते हैं आपके कि वो आपके पैसे लेके भाग जाएंगे और आपके पास कोई लीगल फोरम नहीं होगा कंप्लेन करने का ना ही गवर्नमेंट ऑफ पाकिस्तान उससे कुछ कह सकती है कि यहां पे जो है आपने इनसे लोगों से फंड्स लिए हैं अब वापस करें। वो तो रजिस्टर्ड ही बाहर होती हैं। >> तो इन दो तीन चीजों का ख्याल रखें। थोड़ा
29:58
सा एंटरप्रेन्योर और स्कैमर में फर्क करना सीखें। एससीसीपी रजिस्टर्ड कंपनी के साथ काम करें सिर्फ। और थर्ड थोड़ा सा अगर ₹1 लाख कहीं ट्रांसफर कर रहे हैं तो थोड़ा सा 1 मिनट के लिए सोचे भैया ₹1 लाख कमाने में मुझे टाइम कितना लगा था? तो उसका 5% टाइम
30:14
10% टाइम जरा उसकी स्क्रूटनी भी कर लें। >> उससे फिर आप जो है स्कैम से बच जाएंगे। सर यह जो आपने कम्युनिटी अब बनाई है तो आपको तो फुल मिर्जापुर फील आती होगी ना कि अब अपुन को चाहिए फुल इज्जत के जब आप कुछ रेकमेंड करते हैं और स्पेशली आप जो कह रहे
30:30
थे कि अनपॉपुलर पिक्स >> हम >> और वो फिर चल जाता है तो क्या फीलिंग आती है कम्युनिटी में >> हां कभी-कभी जैसे किसी दिन कोई शेयर एकदम से बढ़ जाए ना तो आपस में भी हम लोग भी थोड़ा मैसेज पे बात करते हैं टीम के भाई ये देखिए बढ़ गया अच्छी परफॉर्मेंस हो गई
30:45
तो मतलब ऐसे पहले तो खुशी खुशी होती है, हैप्पीनेस होती है कि चलो लोगों को रेकमेंड किया। सबका फायदा हुआ। फिर हम थोड़ा सा उसको जाके चेक भी करते हैं >> कि हमारी परफॉर्मेंस कितनी अच्छी जा रही है बाकी एवरेज से। तो वो हैप्पीनेस भी होती है। फिर हम लोगों ने ऐसा सिस्टम
31:02
बनाया हुआ है अगेन फ्रॉम रेड एलियो प्रिंसिपल्स वारेन बफे के कोई भी अगर स्टॉक अच्छा कोई रेकमेंड करता है ना हमारा एनालिस्ट और वो अच्छा परफॉर्म करे तो फिर उसको एक्स्ट्रा हम लोग मतलब बोनस देते हैं। तो फिर नेक्स्ट स्टेप होता है कि फॉरेन जैसे ही वो टारगेट रीच होना
31:18
तो एनालिस्ट को जो है ना बोनस पे करना है। लेकिन फिर उसके बाद ना यह पिछले 6 महीने 9 महीने से एक ना फिर हम्लनेस की फीलिंग भी आती है। मतलब आप उस वक्त बैठ के फिर सोचते हो के व्हाट वर द चांसेस कि मैं
31:34
मुझसे ये मिस हो जाता या जब हम उसको डिस्कस कर रहे थे तो कोई ऐसी और चीज आ जाती और मैं उसको ओवरलुक कर देता। हम >> तो एक वो थोड़ी सी फीलिंग भी आती है कि इसमें एक एलिमेंट ऑफ लक या डिवाइन इंटरवेंशन भी है। >> हम >> तो फिर हम्लनेस आ जाती है एक घंटे में
31:51
सारी हैप्पीनेस नॉर्मल हो जाती है और फिर वापस काम पे शुरू कर देते हैं। दूसरी कंपनीज़ ढूंढना या जो एकिस्टिंग है पोर्टफोलियो में उनको रिव्यू करना। बट अच्छा लगता है जिस दिन अच्छी परफॉर्मेंस होती है। अभी एक-द दिन पहले मेरे ख्याल से फ्राइडे वाले दिन जो है वो स्टॉक मार्केट
32:06
ऐसे - 1.5% हुई थी। बट हम लोगों का पोर्टफोलियो थोड़ा पॉजिटिव में ही था। तो काफी लोगों ने फिर मैसेज भी किया कि टर्म ऑइल में भी अच्छा परफॉर्म कर रहा है पोर्टफोलियो। तो उससे भी काफी खुशी होती है। >> लोग तस्वीरें नहीं भेजते। नया iPhone लिया है। थैंक यू। >> हां आपकी >> नहीं हमारी जो मंथली कॉल होती है ना उसमें
32:24
काफी लोग आके बताते हैं कि हमने अपना घर अपग्रेड कर लिया या गाड़ी अपग्रेड कर ली या फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव कर लिया। उस उस रूट पे जा रहे हैं जिससे फिर हमें जो है वो सैलरी अर्न करने की जरूरत नहीं होगी। आई विश वन डे सर अगर इतना कमा रहे हैं मॉडल पोर्टफोलियो एवरीथिंग इज डूइंग सो
32:41
वेल माशा्लाह आपकी इन्वेस्टमेंट भी चल रही है तो क्यों बच्चों से मास्टर क्लास के पैसे ले रहे हैं भाई इसमें अगेन वही वाली सोच के वी बिलीव के जो फ्री वाला प्रोडक्ट है ना वो बहुत अच्छा होना चाहिए ये इस तरह सोचना के लेट्स से जैसे कहते हैं मैंने
32:58
क्रैक कर लिया ना कोई भी सीक्रेट क्रैक कर लिया या कोई ज्यादा प्रॉफिट बनाने का तरीका क्रैक कर लिया मैं उसको अपने पास रखता हूं मैं तो उसको उसको बहुत ज्यादा सेल्फिश समझता हूं। सोचें अगर ईलॉन मस्क कहता है कि मैंने इलेक्ट्रिक गाड़ी बना ली है और मैं सिर्फ अपने लिए बनाऊंगा। >> हम
33:13
>> ठीक है? तो कितने ज्यादा लोगों का जो फायदा हो सकता था वो नहीं हुआ। तो आपको पूरी कोशिश करनी चाहिए कि जो है अपना फ्री प्रोडक्ट स्ट्रांग करें और दूसरे लोगों का भी मैक्सिमम जितना फायदा हो सकता है वो हो। ये तो बहुत सेल्फिश अप्रोच है कि मैं
33:29
अपने पोर्टफोलियो से बना लूं ज्यादा और किसी को नहीं बताऊं और वो 20 साल तक अपना आईडिया जो है या जो तरीका था वो अपने साथ ले जाऊं >> और फिर दूसरा एक और बहुत बड़ा फायदा इसका ये होता है पडकास्ट में हम लोग किसी कंपनी पे वीडियो बनाते हैं उसमें कमेंट्स आते
33:45
हैं मंथली कॉल्स में मास्टर क्लास में भी ऑलमोस्ट 1000 लोग तो डायरेक्टली उन्होंने हमारी सारी चीजों को स्क्रूटनाइज कर लिया है। तो जब कोई आपकी चीजों को स्क्रूटनाइज करता है आपका फ्रेमवर्क और ज्यादा स्ट्रांग हो जाता है। तो इस वजह से भी यह भी एक मोटिवेशन होती है कि इस तरीके से करने से
34:01
पब्लिक में ज्यादातर लोगों के लिए आप खुद और ज्यादा इंप्रूव होते हैं। आपके जो थिंकिंग प्रोसेस है फिर एक कॉस्ट साइड भी होती है। अगर चले मैं सोचूं के मैं अपने पोर्टफोलियो से बना लेता हूं। प्रॉफिट मेरे लिए इनफ है। बट और इतनी जो टीम है वो सब नहीं ऐसे नहीं कर सकते ना। तो एक पूरा
34:18
दुनिया में जैसे फाइनेंस की एक लोगों को नीड होती है। लोग उसकी सर्विज लेते हैं तो उसके हिसाब से एक चीज पूरी बनाई हुई है। उसके लिए जो फेयर चार्जेस हमें लगते हैं वो चार्ज करते हैं और कोशिश करते हैं जो 99% लोग हैं जिन्होंने फ्री वाला प्रोडक्ट कंज्यूम करना है उसकी क्वालिटी को बहुत
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ऊपर ले जाए। >> कोई क्या फर्क है? मास्टर क्लास और एडवाइज़री में क्या फर्क है?
मास्टर देखिए दोनों चीजों में ना अब देखिए इंडेक्स जैसा रिटर्न तो हर कोई ला सकता है ना। जैसे बताया फाइनेंसियल फ्रीडम इज फॉर एवरीवन। हर कोई कर सकता है उसको। मास्टर क्लास में हम सिखाते हैं कि हाउ यू कैन अर्न मोर देन
34:51
टॉप बिनेसमैन। >> यानी कि एवरेज जो रिटर्न है उससे ज्यादा आप कैसे खुद ला सकते हैं। वो सारी स्किल्स उनको ट्रांसफर कर देते हैं और कुछ होल्ड बैक नहीं करते इसमें। मतलब कि जितनी ज्यादा चीजों हम लोग खुद एनालाइज करते हैं ना एक सेक्टर के बारे में। वो सब बताते हैं मास्टर क्लास में। तो आपके पास पूरा
35:06
एक रोड मैप भी आ जाता है। अच्छी कंपनीज़ भी आपको पता चल जाती हैं। आप जो है वन टाइम बेसिस पे एक पूरा आप कम्युनिटी का भी पार्ट बन जाते हैं। एडवाइज़री सर्विज में हम ये आपके लिए कर रहे होते हैं कंटीन्यूअस बेसिस पे। खुद तो ये हां मतलब आपको बता रहे होते हैं बेस्ट कंपनीज़ कौन सी हैं? मॉडल पोर्टफोलियो तो ये एक
35:22
कंटीन्यूअस चीज होती है। >> और एडवाइज़री सर्विज कितने की है? >> एडवाइज़री सर्विस हम लोग रेकमेंड करते हैं। आपका पोर्टफोलियो अगर 45 मिलियन का हो ना >> 4050 >> हां 40 50 का फिर आपको लेनी चाहिए। फिर जो है जो एक्स्ट्रा रिटर्न आता है ना जैसे हमने बात की थी 1 लाख पे अगर एक्स्ट्रा रिटर्न कमा भी लिया तो क्या फायदा हुआ उसका?
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>> तो हाउ मच आर एडवाइज़री सर्विसेस? >> सो उसमें जो फर्स्ट वन है वो साल की है ₹15,000 तो 4% ऑफ़ पोर्टफोलियो उससे ज्यादा हम लोग रेकमेंड नहीं करते कि इससे ज्यादा आप स्पेंड करें। >> सर बस जाते-जाते कोई फाइनल मैसेज देना चाहेंगे?
>> फाइनल मैसेज बल्कि आज जिस तरह के
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क्वेश्चंस थे ना थोड़ा सा हमें तो फील हो रहा था। जैसे वो मंथली कॉल होती है ना जो वैल्यू इन्वेस्टर पैकेज की उसमें लोग काफी ज्यादा इस तरह के क्वेश्चन करते हैं कि ये कंपनी क्यों नहीं ली हुई? इसकी आउटलुक कैसी है?
फिर थोड़ा सा जो फिलॉसोफिकल आइडियाज कैसे जो है डिसीजन लेते हैं उस पे
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भी डिस्कस करते हैं कंपनीज़ के बारे में। तो मुझे तो उस तरह की काफी ज्यादा फीलिंग आई। थरेपोटिक भी था थोड़ा सा काफी एंजॉय किया। फाइनल मैसेज यही होगा कि देखिए फाइनेंसियल फ्रीडम इज़ फॉर एवरीवन। >> ठीक है? आप 5000 भी अगर सेव करते हैं ना हर महीने फिर भी आप फाइनेंसियल फ्रीडम अचीव कर सकते हैं। तो सब जो है जो भी चीज
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आपको थोड़ा सा परेशान करती है लेट्स से वोलेटिलिटी थोड़ा सा आपको परेशान करती है तो उसके बारे में थोड़ा सा और पढ़ लें। बुल मार्केट फ्रेमवर्क बेयर मार्केट उससे थोड़ा डर लगता है। उसको थोड़ा सा और एक्सप्लोर कर लें। कुछ कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं लेकिन रिसर्च नहीं कर पा
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रहे तो उसकी वीडियोस देख लें। तो जो भी चीज आपको परेशान कर रही है ना उसके बारे में थोड़ा सा और एफर्ट लगाएं एंड स्टार्ट योर जर्नी। एक दफा स्टार्ट करेंगे ना सारी चीजें आहिस्ता-आहिस्ता आपको खुद ही समझ आती रहेंगी। कंपाउंडिंग भी होने लग जाएगी और फाइनेंसियल फ्रीडम भी अचीव कर लेंगे। >> सर जाते-जाते कोई बुक रेकमेंडेशंस देना
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चाहेंगे हमें? >> अच्छा पिछली बार आई थिंक मैंने वो द ग्रेट क्रैश 1929 रेकमेंड की थी। अ इस बार एक बहुत अच्छी बुक है। दो-तीन बुक्स रेकमेंड करता हूं। एक द प्रिंसिपल्स ऑफ रेड एलओ।
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रे रे डेलियो की भी जो कॉम्बिनेशन है बल्कि मैं एस्पायर करता हूं कि वारेन बफे और रेड डेली के जो प्रिंसिपल्स है ना उनको कंबाइन करके कोई ऐसा मतलब हम लोगों का फ्रेमवर्क बना >> ऑप्टिमिस्टिक आदमी है रेड डेली तो बड़ा पेसमिस्टिक आदमी है >> नहीं ये सारे लोग हैं प्रैक्टिकल यानी के
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थोड़ा सा प्रैक्टिकली सोचते हैं हमेशा माइंड में रखते हैं कि चीजें खराब भी हो सकती हैं डेटा पे देखते हैं कि पहले ऐसे हुआ था तो क्या हुआ था >> तो इनका भी इनका भी बड़ा एक हैज फंड है ऑलमोस्ट $100 बिलियन डॉलर से ज्यादा मैनेज करता है रेड एलियो का और रीज़न ये दोनों
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मुझे बहुत पसंद है वो के इन दोनों की कम्युनिकेशन बहुत अच्छी है। दुनिया में और भी इन्वेस्टर्स हैं जिन्होंने ज्यादा प्रॉफिट कमाया थोड़े टाइम के लिए लेकिन जब आप अपने आइडियाज 100 लोगों तक पहुंचा सकते हो और एक अच्छा कम्युनिकेटर 1 लाख लोगों तक पहुंचा सकता
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है। तो इंपैक्ट तो फिर उसका ज्यादा होगा ना। भले उसका साल का थोड़ा सा प्रॉफिट कम हो। सो प्रिंसिपल्स ऑफ रे डेलयू पढ़े वो बहुत अच्छी है। उसमें उन्होंने अपनी पूरी जर्नी भी बताई हुई है। इन्वेस्टमेंट टाइप बातें भी हैं। और उन्होंने अपनी टीम कैसे बनाई? टीम बिल्डिंग भी जो है ना उसके लिए
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क्या प्रिंसिपल्स होने चाहिए वो बहुत अच्छे से एक्सप्लेन हुए हैं। फिर बीडिंग द स्ट्रीट पीटर लिंच। पीटर लिंच की एक और बुक भी है वन अपॉन वॉल स्ट्रीट। वह थोड़ी सी बेसिक है। जनरली बताते हैं आपको कि स्टॉक मार्केट में इस इस तरह के सेक्टर होते हैं। ऐसे-से इन्वेस्ट करते हैं। लेकिन जो बीटिंग द स्ट्रीट है ना वह उनकी
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जो पूरी 13 साल का एक्सपीरियंस है ना उसकी एक वो है पूरी कि वो बताते हैं मैंने ये कंपनी ढूंढी। फिर मैंने ये ये किया तो मैंने इसमें अच्छा रिटर्न आया। फिर एक और बुक यह बोनस है। जो लोग ज्यादा इन्व्विजिटिव है ना वो पढ़ें। इसके मुझे ऑथर का नाम नहीं याद। इस बुक का नाम है। द
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बेस्ट वे टू रब अ बैंक इज टू ओन वन। कि आप बैंक को ओन करके जितनी उसमें जो फंड्स इधर-उधर कर सकते हैं ना >> वो उसके प्रॉफिट से ज्यादा होता है। >> ये बिलियंस का एक सीजन भी था। फिर बॉबी अच्छी बुक है। एक
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>> कोई नहीं हम 15 साल बाद जब ये पॉडकास्ट करेंगे तब हम ये भी रेकमेंड करेंगे के हाउ टू बीट द स्ट्रीट बाय अब्दुल रहमान चाहूंगा। >> इंशा्लाह इंशा्लाह थैंक यू सर। थैंक यू। आपने हमें फिर से वक्त दिया। एंड थैंक यू लिसनिंग। टेक केयर। खुदा हाफिज।
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[संगीत]